महिषासुर की बहन महिषी का वध किसने किया था और क्यों?
अनेक कथाओं के अनुसार, महिषासुर के वध के उपरांत, महिषासुर की बहन महिषी ने घोर तपस्या कर ब्रह्मदेव से अमरता का वरदान पाना चाहा, परंतु ब्रह्मदेव ने उसे अमरता का वरदान नहीं दिया।
अमरता का वरदान न मिलने पर उसके मस्तिष्क में एक विचार आया और उसने यह वरदान माँगा कि उसका वध केवल महादेव और श्री विष्णु के पुत्र के हाथों हो।
ब्रह्मदेव ने उसे मनवांछित वर दे दिया, परंतु जैसा कि आप जानते ही हैं कि चाहे कितने ही वरदान क्यों न मिल जायें, अधर्म का नाश होकर ही रहता है। श्री विष्णु के मोहिनी रूप और महादेव के मेल से एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिनको अय्यप्पा या अय्यप्पन के नाम से जाना जाता है। अय्यप्पन के द्वारा ही महिषी का वध हुआ।