जानिए आखिर स्वामी विवेकानंद अमेरिका क्यों गए थे?

स्वामी विवेकानंद अमेरिका प्रचार के लिए गए थे कुछ लोग उनसे प्रभावित हुए भारतीय उन्हीं को महान मानते हैं जबकि जो असली प्रचार किया ऐसी भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद इस्कॉन के संस्थापक आचार्य स्वामी विवेकानंद से कई गुना ज्यादा लोगों को प्रभावित किया अभी भी हो रहे हैं।

108 मंदिर की स्थापना की पूरे विश्व में 70 साल की उम्र के बाद अमेरिका गए थे वर्तमान में 800 सौ से ज्यादा इस्कॉन मंदिर है पूरे विश्व में और हजारों करोड़ों भक्त जुड़े हुए हैं जिन्होंने गलत चीजें छोड़ दी है समर्पित है।

ऐसे स्वामी विवेकानंद नहीं कर पाए क्योंकि उन्होंने श्रीकृष्ण की भक्ति का प्रचार नहीं किया अपना विचार दिया इसलिए स्वामी विवेकानंद से बढ़कर है इस्कॉन के संस्थापक ए सी भक्तिवेदांत स्वामी शील प्रभुपाद

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