भीम और हनुमान जी में कौन सबसे ज्यादा शक्तिशाली था? जानिए
निः संदेह बाबा हनुमान.
कोई तुलना नहि है दोनो के बल की . कोई प्रतिद्विन्ड़ता भि नहि थी. भीम ने अपने बढे भाई को हमेशा आदर दिया जिसके लिए उनका अधिकार था और भीम को अपने बडे भाई पवन पुत्र हनुमान से प्यार मिला. महाभारत में दोनो के मिलन का रोचक प्रसंग भी है जिसमे हनुमान जी की पूँछ को भी भीमसेन दोनो हाथों से पुरा बल लगालर भी नहि हटा पाते है.
बंदर की शक्ल देखकर और अपने से पूंछ भी न उठती देख उनको ज्ञान होता है की यही हनुमान हो सकते है और हाथ जोड़ अभिमान छजोंद माफ़ी मांगते हुए समने खडे हो जाते है. हनुमान भी भीम को महाभारत जिट का आशीर्वाद देते है. यः प्रसंग स्वयं ही बलवान कौन है का स्पष्ट जवाब है.
बजरंग बलि के बारह नाम पढ़ो आपके मन की शंका दुर हो जाएगी और इस तरह की तुलना मत करो. हनुमान रामभक्त है, देव है, पूजनीय है और रामराज की धुरी है. सेवक है राम के, आज्ञाकारी है. परम् भक्त है, बुद्धिमान है, ज्ञानी है, गुणवान है. परम् शक्तिशाली है, आजीवन ब्रह्मचारी ह. सनातन की ध्वजा है. तुलसीदास के मार्ग प्रदर्शक है. रामकथा में उपस्थित रहते है. गरीब के बल है. भीति प्रेत से डर भागते है. भक्तों के प्रिय और शीघ्र ही प्रशन्न होने वाले शुद्ध हृदय अमर है.
इनके 12 नाम निम्न है
हनुमान
अंजनी पुत्र
वायु पुत्र
महाबल
रामार्ष्ट
पिंगक्ष
फाल्गुनी सखा
अमित विक्रम
उदिध क्रमण
सीता शौक़ विनाशक
लक्ष्मण प्राणदाता
दशग्रीव दर्पहा
अंत में जय हनुमान. जो गलती हुयी हो बाबा माफ करें और भक्तो पर कृपा बनाये रखें. सबका बहला करें.