पाचन शक्ति कमजोर हो गई है,कैसे मजबूत करें? जानिए

हेल्दी रहने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी पाचन तंत्र का मजबूत होना है. अगर आपका पाचन तंत्र कमजोर है तो यह आपको कई गंभीर बीमारियों के खतरे में डाल सकता है. पेट से जुड़ी कई समस्याएं होती है, इसमें सबसे ज्यादा परेशान अपच, गैस, कब्ज या पेट का खराब होना है.

पाचन क्रिया की खराबी के कारण:- पाचन क्रिया की खराबी के बहुत ही सामान्य से कारण है जैसे खान-पान में कमी, शरीर में पानी की कमी, सिगरेट और शराब का ज्यादा सेवन, तनाव और पर्याप्त नींद न लेना आदि

पाचन शक्ति कमजोर होने के लक्षण क्या हैं?

सीने में जलन होना
कब्ज होना
भूख कम लगना
थकावट महसूस होना
भोजन के बाद असहज महसूस करना
पेट के ऊपरी हिस्से में सूजन
अपच होना आदि।
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पाचन तंत्र को मजबूत रखने के उपाय –

गुनगुना पानी पिएं: ठंडा पानी आपके पाचन तंत्र को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है. पानी शरीर के लिए सबसे जरूरी चीजों में से एक है. शरीर का हाइड्रेट रहना सबसे ज्यादा जरूरी है. पानी शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है. ठंडा पानी पीने से कई ज्यादा बेहतर है कि आप गुनगुना पानी पिएं. इससे पाचन शक्ति मजबूत करने में काफी मदद मिल सकती है. आप नींबू पानी का सेवन भी कर सकते हैं. रोजाना सुबह इस ड्रिंक का पानी पीकर भी पाचन तंत्र को मजबूत किया जा सकता है.
विटामिन-सी से भरपूर फूड्स खाएं: अपनी डाइट में विटामिन सी से भरपूर चीजों को शामिल करें. विटामिन डी पाचन को बेहतर बनाने काफी लाभकारी होता है. विटामिन-सी से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से पाचन शक्ति मजबूती मिल सकती है. इसलिए अपने आहार में विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे- ब्रोकली, संतरा, कीवी और स्ट्राबेरी आदि को शामिल करें. यह आपके इम्यून सिस्टम के लिए फायदेमंद माना जाता है.
ज्यादा खाने से बचें: कभी भी पेट को पूरा न भरें. छोटा भाजन बार-बार खाएं. अपने पेट को 80 प्रतिशत तक ही भरें. ज्यादा खाना आपके पाचन तंत्र को खराब कर सकता है. कई लोग पेट नहीं मन भरकर खाते हैं. इससे खाना पचाने में दिक्कत हो सकती है, साथ ही पेट संबंधित कई तरह की परेशानियां भी हो सकती हैं. इसलिए थोड़ा-थोड़ा करके खाएं और ऐसे आहार का सेवन करें, जो पचने में आसान हों.
हमेशा चबाकर खाएं: खाने को चबाकर खाने से पाचन बेहतर होता है. अक्सर लोगों की आदत होती है कि वह जल्दी-जल्दी खाने के चक्कर में भोजन को अच्छी तरह चबाते ही नहीं हैं, इससे खाना आसानी से पचता नहीं है. इसलिए बेहतर है कि खाने को चबा-चबाकर खाएं. इससे पाचन शक्ति मजबूत होती है और पेट की समस्याओं से भी आराम मिल सकता है. इसलिए जब खाएं इस बात का ध्यान रखें कि आप चबाकर खा रहे हैं.
फाइबर युक्त भोजन करें: फूड न्यूट्रिशनिस्ट का मानना है कि हमारे शरीर फाइबर बड़ी आंत के साथ भोजन को पचाने में गति देने में मदद करता है. फाइबर युक्त भोजन से हमारे पाचनतंत्र को काफी मदद मिलती है. एफडीए एक दिन में 28 ग्राम फाइबर खाने की सलाह देता है. फूड न्यूट्रिशनिस्ट फाइबर युक्त भोजन के लिए फल, सब्जी, साबुत अनाज, सूखे सेम और मटर खाने का सुझाव देते हैं. फाइबर युक्त भोजन से बार-बार खाना खाने की जरूरत नहीं पड़ती है, जिससे शरीर में ब्‍लड ग्‍लूकोज का स्‍तर संतुलित रहते है, जिसके कारण यह डायबिटीज के मरीज़ों के लिए बहुत मददगार साबित होता है.
निर्धारित समय पर करें भोजन: वर्तमान समय में ज्यादातर लोग अपने बिजी शेड्यूल के कारण अपने खाने को वरियता नहीं देते हैं. जिसके कारण हम अनियमित समय पर कभी भी खाना खा लेते हैं. जिसके कारण हमारे खाने का समय निर्धारित नहीं हो पाता है. ऐसा करना शरीर के लिए काफी नुकसानकारक हो सकता है. न्यूट्रिशनिस्ट का मानना है कि हमारे शरीर के अंदर निश्चित समयअंतराल के बाद कुछ महत्वपूर्ण रसायनों का निर्माण भोजन के पाचन के लिए होता है. इसलिए निर्धारित समय पर भेजन करना सबसे जरूरी है. ऐसा नहीं होने के कारण रसायनों के कारण पाचन तंत्र को नुकसान पहुंच सकता है.
पानी पीते रहें: हमेशा अपमने स्वस्थ पाचन के लिए यह जरूर सुनिश्चित करें कि आप पर्याप्त खा रहे हैं और पर्याप्त पानी पी रहे हैं. ठीक से हाइड्रेटेड रहना उचित पाचन के लिए अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण है. पानी के साथ ही अन्य तरल पदार्थ, भोजन को पचाने में मदद करते हैं, जिससे आपका शरीर पोषक तत्वों को अवशोषित कर सके. एक स्वस्थ मनुष्य को पूरे दिन में 10 कप पानी का लक्ष्य रखना चाहिए.
अदरक: यह बॉडी में भोजन पचाने वाले पाचक रस और एंजाइम का निर्माण करता है। इसमें पाए जाने वाले कर्मिनेटिव, एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, गुण आपकी पाचन शक्ति को खराब होने से रोकते हैं। दिन में 2 से 3 कप अदरक की चाय बिना दूध के शहद के साथ प्रयोग करें।
प्रोबायोटिक फूड: प्रोबायोटिक फूड्स आपके पाचन क्रिया और उसके कार्य करने की क्षमता को मजबूत बनाते हैं। इसमें पाए जाने वाले लैक्टोबैसिलस और बिफिडोबैक्टीरिया आपके गट बैक्टीरिया को प्राकृतिक तरीके से रिस्टोर करते हैं साथ ही किसी भी तरह की डाइजेशन प्राब्लम( पाचन क्रिया) से आपकी सुरक्षा और उपचार करते हैं। दही, छाछ, केफिर, गोभी, और खट्टा अचार बहुत अच्छे प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ हैं।
पिपरमेंट: पिपरमेंट का प्रयोग आपके खराब डाइजेशन को सही करता है और डाइजेशन से संबंधित होने वाली बीमारियों से बचाने में मदद करता है। यह पेट में बनने वाली गैस, ज्यादा समय तक पेट में दर्द होने की वजह से होने वाली सूजन और ऐंठन से राहत प्रदान करता है।एक चम्मच पिपरमेंट की पत्तियों को एक कप गर्म पानी में डालें और 10 मिनट तक ढ़क कर रखें और फिर छानकर पी जाएं। दिन में 2 बार पिपरमेंट चाय पिएं।पिपरमेंट की पत्तियों को प्रतिदिन खाने में छिड़क कर प्रयोग करें या सलाद के साथ प्रयोग करें। इसके अलावा पिपरमेंट कैप्सूल का भी दिन में 2 से 3 बार कुछ हफ्तों तक प्रयोग कर सकते हैं।

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