शकुनि के पासे किस चीज से बने थे? जानिए
गांधारी का विवाह धृतराष्ट्र से होने से उसका भाई शकुनी और पिता शुबल बेहद नाराज थे उन्होंने अपने अपमान का बदला लेने के लिए हस्तिनापुर पर हमला कर दिया जिससे भीष्म ने पूरे गांधार सेना को हरा दिया और शकुनि के 100 भाई और पिता को बंदी बना लिया और उनको खाने के लिए प्रत्येक को एक गेहूं का दाना एक दिन में मिला करता था।
लेकिन वह लोग उन 100 अन्न के को शकुनी जो सबसे छोटा था को खिला दिया करते थे इस तरह से धीरे-धीरे सभी भाई भूखे हस्तिनापुर की जेलों में दम तोड़ते रहे अंत में शकुनी और उसके पिता सुबल ही बचे सुबल ने कहा कि शकुनी तुम गांधार का अपमान का बदला जरूर लेना उन्होंने उसे बताया कि जब वह मृत्यु को प्राप्त हो तो उसकी हड्डियों को शमशान से उठा लाए और उनसे पासे बनाएं उन पासों से वह ध्यूत जूआ सीखें और उन्हें अभिमत्रित करें इस तरह से यह कहा जा सकता है.
कि शकुनि के पास जो पास थे उसके पिता की हड्डियों से बने गए बनाए गए थे और वह अभिमंत्रित थे अतः वह शकुनि का कहना मानते थे जब दुर्योधन युधिष्ठिर से जुआ खेल रहे थे तो शकुनी पासे फेंकता था.
और उसने युधिष्ठिर का नंबर ही नहीं आने दिया अतः वह जो चाहता था वही नंबर आ जाता था इस तरह से युधिष्ठिर जुए में हार गए आगे की कथा आपको पता ही होगीआशा है आप मेरे जवाब से संतुष्ट होंगे।