क्या टेक्नोलॉजी लोगों को इस्तेमाल कर रही है या लोग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहे हैं? जानिए
देखिए किसी भी चीज के दो पहलू होते हैं अगर टेक्नोलॉजी कम इस्तेमाल कर रहे हैं तो कहीं ना कहीं हम उससे बर्बाद भी हो रहे हैं और उसमें हमारा काम आसान भी किया है जैसे कि हम सब लोग जानते हैं पर जाते लोग इसके बेनिफिट्स पर जाते हैं ना किस के नुकसान पर जैसे कि मोबाइल फोन आदि हमने रोजमर्रा में तो यूज़ करते हैं सुबह से उठकर रात तक हम इसी डिवाइस का उपयोग करते हैं यह भी टेक्नोलॉजी का एक छोटा सा वरदान है।
टेक्नोलॉजी बहुत बड़ा क्षेत्र है यह सिर्फ मोबाइल फोन या फिर कुछ छोटे-मोटे जिओ पर नहीं टिकती या बहुत बड़ी है चाहे वह आपकी वॉशिंग मशीन हो चाहे को टीवी हो पंखा हो हर चीज टेक्नोलॉजी हां टेक्नोलॉजी कहीं ना कहीं लोगों का इस्तेमाल कर रही है पर यह ठीक नहीं होगा कि इंसान ही टेक्नॉलॉजी को अपने आप उसका इस्तेमाल करने दे रहा है।
जैसे कि मोबाइल फोन बना तो हमारे कामों को आसान करने के लिए जैसे कि इसने कई सारी चीज एक चीज में लाती है अगर हमें कैलकुलेशंस करनी है तो उसी मोबाइल फोन में केलकुलेटर होता है अलार्म क्लॉक होती है घड़ी होती है एक बड़ा सा टेलीफोन के चाहिए छोटा सा एक ऐप होता है बात करने के लिए व्हाट्सएप फेसबुक जैसे सोशल एप्स है जिनसे हम एक दूसरे से आराम से जुड़ सकते हैं तो यह तो होगा पहलू मगर इससे अगर दूसरी तरफ से देखा जाए तो हम आजकल क्या कर रहे हैं.
मोबाइल फोन कम अपने काम आसान करने के लिए नहीं सिर्फ मजे के लिए यूज करते हैं पब्जी खेलते हैं पूरे दिन बातचीत में लगे रहते हैं दोस्तों से हंसी मजाक पूरे दिन इससे कोई फायदा नहीं होता इस हिसाब से हम टेक्नोलॉजी को गलत इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे हम टेक्नोलॉजी के ऊपर निर्भर हो रहे हैं और टैक्लॉजी कहीं ना कहीं बाद में जाकर हमारा उपयोग करेगी ना कि हम उसका उपयोग करेंगे तो यह अभी तो नहीं है कि टेक्नोलॉजी हमारा उपयोग कर रही है।