क्या महात्मा गांधी के बड़े लड़के हीरालाल गांधी ने इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया था? जानिए सच
हाँ. इतना ही नहि उसने मौलाना के कहने पर अपनी ही बेटी का बलात्कार भी किया था. हिरा लाल कि इस बदसलूकी का जिक्र स्वयं मनु बेन ने अपनी दादी बा को लिखें पत्र में कोयन है. होरालाल अपने पिता कि बेरुखी से दुखी था और विरोध में कदम उठाया था. लेकिन पिता महातमा बनकर मस्त थे. उनके लिए हीरालाल भी दूसरों के बेटे जैसा ही था.
कस्तूरबा बहित दुखी हुयी और उन्होंने हीरालाल को फिर से हिंदू बनाने कि कोशिश कि. महात्मा को कहा लेकिन महातमा के लिए पुरा भारत एकसा था और चुप शांत रहे. बेचारी माँ थक हार कर स्वामी श्रद्धानन्द जी के पास आई जो आर्य समाजि थे और शुद्धिकरण कार्य कर रहे थे. ये कनखल हरिद्वार के थे दिल्ली में भी घर था. महात्मा जी का आदर करए थे.
इन्होने हीरालाल को वापिस हिंदू बनाया. स्वामीजी कि हत्या अब्दुल रशीद नामक मुसलमान ने दिल्ली में उनके घर में ही कि. यह उनसे मिलने आया हुआ था और साथ में हाथॉयर छुपाकर रखा था. महात्मा ने अब्दुल रशीद के लिए केस लड़ा और स्वामी श्रद्धानन्द पर रशीद के धार्मिक मामले में टांग अड़ाने का आरोप लगाया. मुसलमानो कि भावना को ठेस लगाने का आरोप मदद और राशिद के लिए स्वयं बकील बनकर केस लड़े और उसे न्यायालय से छुड़ा लिया और सजा नहि होने दि.
ऐसे थे हमारे राष्ट्रपिता. जिन्होंने मदद कि, उनको धक्का दिया और दुसरों को गले लगाया. शायद इसलिए ही नाथूराम को गुस्सा आया और वह अमर शहीद हो गया.