गोडसे की अस्थियां आज भी एक रियल एस्टेट कंपनी के दफ्तर में रखे जाने का कारण क्या है? जानिए सच
गांधी की हत्या के 68 साल बाद गोडसे से जुड़ी निशानियां शिवाजी नगर इलाके में बने जिस कमरे में रखी हैं वह अजिंक्य डेवलपर्स का दफ्तर है. इसके मालिक गोडसे के पोते अजिंक्य गोडसे हैं.
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह पूछने पर कि इस अस्थि कलश का विसर्जन क्यों नहीं किया गया, वे अपने पिता और नाथूराम के भाई गोपाल गोडसे के बेटे नाना गोडसे की तरफ इशारा करते हैं.
जवाब आता है, ‘इन अस्थियों का विसर्जन सिंधु नदी में होगा और तभी होगा जब उनका अखंड भारत का सपना पूरा हो जाएगा.’