जानिए इको वैन के साइलेंसर की चोरी क्यों होती है?
गाड़िया चोरी होती हे | ये तो सुना था पर गाड़ी का साइलेंसर चोरी होता हे।ये पहेली बार सुना।
जब मेने गुजरात के अहमदाबाद मे एक हफ्ते मे २१ लाख रूपिये क़ीमत के इको वेन के साइलेंसर के चोरी की न्यूज़ देखी तो चॉक गया।
अब चोर भी अत्याधुनिक हो गए हे।
अब सवाल ये है की चोर साइलेंसर की चोरी करते क्यो है।
इको वैन के साइलेंसर की कीमत करीब 57 हजार 272 रुपये होती है।
साइलेंसर में कैटेलिटिक कन्वर्टर लगा होता है, जो कि प्लेटिनम ग्रुप ऑफ मेटल्स (PGM) का बना होता है। प्लेटिनम, पैलेडियम और रोडियम को संयुक्त तौर पर PGM कहा जाता है। इनकी कीमत सोने से भी अधिक होती है।
पुलिस के अनुसार 10 ग्राम मेटल डस्ट (PGM) की कीमत 3 हजार से लेकर 6 हजार रुपये तक की होती है। साथ ही सेंसर भी भारत से बाहर से आता है, जिसकी कीमत 10 हजार रुपये करीब होती है।
इसी वजह से साइलेंसर की चोरी होती है। क्योंकि चोर को एक बार चोरी कर लेने के बाद पकड़े जाने का कोई डर नही होता।
PGM को चोर हैवी इडस्ट्रीज को बेच देते है।
यदि आपके पास भी इको गाड़ी हे। तो जरा संभाल के रखिये गा। कही आपके गाड़ी का भी साइलेंसर चोरी ना हो जाए।