बटेर पक्षी के बारे में कुछ रोचक तथ्य क्या हैं?
भारत में बटेर की लगभग दस प्रजातियां पाई जाती है।
ये जमीन पर ही अपना घोंसला बनाते है ।
ये ज्यादा दूरी तक उड़ नहीं सकते है।
मादा बटेर प्रतिवर्ष 250 से 300 अंडे देती है।
बटेर के अंडे का भार उसके शरीर का ठीक आठ प्रतिशत होता है
नर पक्षी के गले पर काले रंग की धारियां होती है तथा इसकी छाती व पंख धुंधले तथा इस पर काली पट्टियां होती हैं। मादा पक्षी का रंग हल्का तथा उस पर ज्यादा काली धारियां नहीं होती। नर व मादा एक दूसरे से रंग व धारियों में भिन्न होते हैं।
ये पक्षी आमतौर पर चारागाह, खेतों, घास के मैदानों व झाड़ियों वाली जगहों पर रहना पसंद करते है।