चंद्रमा का कितना % भाग पृथ्वी से देखा जा सकता है? जानिए
औसत तौर पर पृथ्वी से चन्द्रमा का आधा भाग लगभग 50 प्रतिशत ही देखा जासकता है ।
(संयोग से चन्द्रमा की घूमने की और पृथ्वी के भ्रमण की स्थिति ऐसी है कि चन्द्रमा का केवल एक ही भाग सदैव दिखता रहता है , दूसरा भाग नहीं दिखता। पर यह मूल प्रश्न से सम्बंधित नहीं है)
चन्द्रमा के उक्त 50 प्रतिशत भाग के अलावा चन्द्र के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव का 6.5 से 7 प्रतिशत तक और अधिक भाग (प्रत्येक अलग अलग दिन में) पृथ्वी से एक खास दिन प्रति सप्ताह देखा जा सकता है । आइए समझते हैं कैसे—
1 ◆जिस दिन चन्द्रमा अपने दक्षिण पात अर्थात केतु से योग करता है उसके एक सप्ताह बाद एक दिन चन्द्र के उत्तरी ध्रुव का 83 अक्षांश से 90 अक्षांश तक का 7 प्रतिशत भाग अधिक देख सकते हैं। चित्र के बाद पढ़ना जारी रखिए
चित्र परिचय: एक है पृथ्वी से देखने पर सूर्य भ्रमण मार्ग -क्रांति वृत्त ecliptic दूसरा है चन्द्र का पृथ्वीभ्रमण मार्ग जो क्रांति वृत्त से 5 अंश का कोण बनाता है।
इन दोनों के कटान बिंदु को —भूमध्य रेखा के उत्तर वाले कटान बिंदु को राहु व भूमध्य रेखा के दक्षिण वाले कटान बिंदु को केतु कहते हैं।
2★ठीक इसी प्रकार चन्द्र के दक्षिणी ध्रुव का 7 प्रतिशत, तक अधिक भाग, चन्द्रमा के उत्तर पात अर्थात राहु से योग करने के एक सप्ताह बाद , इसी नियमानुसार देख सकते हैं।
सार : चन्द्र के अपने उत्तर पात (राहु )से संयोग के एक सप्ताह बाद चन्द्र के दक्षिणी ध्रुव का और चन्द्र के अपने दक्षिण पात( केतु ) से संयोग के एक सप्ताह बाद चन्द्र के उत्तरी ध्रुव का दोनों का लगभग 7 प्रतिशत तक। अधिक भाग पृथ्वी से देख सकते हैं।
( अतिरिक्त जानकारी:चन्द्र शर कीभूमध्य रेखा, क्रांति वृत्त पर 1.5° भुकी है ।इसे भी जोड़ लेने पर चन्द्र का अपनी ऑर्बिट कक्षा केतल plane of orbit से कुल झुकाव inclinnation 5+ 1.5=6.5° हो जाता है।)
यह तो हुआ चन्द्रमा के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों का लगभग 7 प्रतिशत भाग अधिक देखने का सूत्र।
2 ★इसके अतिरिक्त चन्द्रमा के पृथ्वी से अधिकतम दूर और अधिक तम निकट होने perogee apogee की स्थिति में भी एक एक दिन के लिए चन्द्र का आठ प्रतिशत तक भाग अधिक देख सकते हैं. पेरिजी-न्यूनतम दूरी ( पेरिजी=पास) के दिन से सात दिन बाद चन्द्र के अदृश्य ईस्ट का अर्थात राइट साइड अधिक दिखेगा।अपोजी -अधिकतम दूरी के दिन से सात दिन बादचन्द्र के चन्द्र के वेस्ट का अर्थात लेफ्ट साइड अधिक दिखेगा।(यद्यपि अपोजी में चन्द्र अपेक्षाकृत कुछ छोटा दिखता है।)
दृष्ट भाग केपश्चिम का अर्थात लेफ्ट साइड का भाग अधिक दिखेगा।
इस प्रकार माह में कुल चार दिन आप चन्द्रमा का औसत 50 प्रतिशत से 7 प्रतिशत अधिक भाग देख सकते हैं।