ऐसा कौनसा भोजन हैं जो सिर्फ़ किसी भारतीय त्यौहार पर ही बनाया जाता हैं क्या आप उसकी रेसिपी साझा कर सकते हैं?
अन्नकूट –
हमारे यहाँ दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा होती है। अन्नकूट की सब्जी मुख्य रूप से गोवर्धन पूजा में बनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी अंगुली पर उठा लिया था, और सारे ब्रजक्षेत्र के लोगों और उनके जानवरों (गायों ) की, इन्द्र के प्रकोप से बचा कर रक्षा की थी। तभी से यह पूजा का होना शुरू हुआ जिसमें 56 या 108 प्रकार के व्यंजनों के भोग का प्रावधान है।
अन्नकूट में सभी तरह की सब्जी, फल, मेवा इत्यादि को डाला जाता है। किन्तु हर एक सब्जी या फल का बहुत छोटा सा टुकड़ा, क्योंकि बहुत थोड़ा-थोड़ा मिलकर ही बहुत सारी सब्जी बनकर तैयार हो जाती है। सभी तरह की फल, सब्जी, मेवे आदि को गिना जाय तो 56 या 108 तरह की हो जाएंगी।
अन्नकूट के साथ पूरी और कढ़ी,चावल, रोटी भी बनाकर भोग लगाया जाता है।
अन्नकूट बनाने की विधि-
एक कढ़ाई में एक बड़ा चम्मच घी गरम करें, गैस धीमी करके जीरा, हल्दी, लोंग,काली मिर्च छोटी-बड़ी इलाईची, तेजपत्ता, बारीक कटा अदरक-हरी मिर्ची डालकर भून लें। अब जो सब्जियाँ काट कर धो कर रखी हैं उनमें से वो सब्जी पहले डालें जिनको गलने में समय लगता है। फिर दूसरी सब्जियाँ, हरी सब्जियाँ इत्यादि डालें और स्वाद के अनुसार नमक डालना न भूलें।
सब्जी जब पूरी तरह गल जाय फिर सभी तरह के फल डाल दें। सब्जी अब तैयार है इसमें अब सारे मेवे, सूखा धनियाँ, गरम मसाला, हरा धनियाँ काट कर मिलाएँ और ऊपर से एक चम्मच घी डालें, सब्जी भोग के लिए तैयार है।
मेरे फोन से निकाले गए कुछ सब्जियों और फलों के चित्र जिन्हे धो कर सुखाने के लिए रखा है।