क्या आप जानते हैं द्रोपदी के वस्त्र हरण के वक्त पूरी सभा में इकलौता कौरव पक्ष से विरोध करने वाला व्यक्ति कौन था? जानिए
गांधारी जब गर्भवती थी उस समय धृतराष्ट्र की सेवा में एक दासी रखी गई थी। धृतराष्ट्र और दासी के सहवास से एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम युयुत्सु रखा गया।
उसे राजकुमार जैसा सम्मान, शिक्षा और अधिकार मिला था। युयुत्सु ने विकर्ण के साथ द्रोपदी के वस्त्र हरण का विरोध किया था। विकर्ण दुर्योधन के 99 भाईयों में से एक था। वह युयुत्सु की तरह ही न्यायप्रिय और धर्मनिष्ठ था।