एक ही रात में इस मंदिर ने अपनी दिशा बदल ली थी
भारत में सूर्य भगवान के अनेक मंदिर है पर आज इस धर्मयात्रा में हम जिस मंदिर की बात करेंगे वो अपनी कलात्मक भव्यता के साथ दिशा बदलने के कारण भी विख्यात है |
कहाँ है यह सूर्य मंदिर :
यह सूर्य देवता का मंदिर बिहार के औरंगाबाद के देव में स्थित है | इसकी रूप रेखा उड़ीसा के जगन्नाथ मंदिर से मिलती जुलती है | यह काले भूरे पत्थरों के प्रयोग से अनुपम वास्तुकला से बना हुआ है | इसमे भी सूर्य देवता के रथ की आकृति दिखाई पड़ती है | मंदिर पश्चिम दिशा की तरफ देखता हुआ है | यह अति प्राचीन मंदिर है |
चमत्कारी रूप से मंदिर ने बदली अपनी दिशा :
इस मंदिर को लेकर यह मान्यता है की इसने अपनी दिशा पूर्व से पश्चिम कर ली | इसके पीछे एक कथा प्रचलित है |
एक बार किसी ने इस मंदिर को तोड़ने के लिए कोई दल आगे बढ़ा | मंदिर के पुजारियों ने उस दल से बड़ी विनती करी की वे सूर्य भगवान के इस मंदिर को ना तोड़े | तब उस दल के मुखिया ने मजाक में यह कह दिया की यदि यह मंदिर सच्चा है तो कल तक अपनी दिशा बदल कर दिखा दे | पूरी रात मंदिर के पुजारियों ने विनती की हे प्रभु चमत्कार दिखाओ और मंदिर को बचाओ |
अगली सुबह सब विस्मित हो गये जब उन्होंने देखा की मंदिर का मुख पूरब से पश्चिम हो गया | सभी पंडित और भक्त सूर्य भगवान की जयजयकार करने लग गये | जब उस दल ने यह चमत्कार अपनी आँखों से देखा तो वे भी इस मंदिर के सामने नतमस्तक हो गये |