350 परिवारों को 1949 में मिली थी आजादी,जानिए इन परिवार के बारे में कौन थे यह लोग
देश भर में आजादी का पर्व भले ही 15 अगस्त 1947 को मनाया जाता है लेकिन कानपुर के कृष्णानगर में रहने वाले करीब 350 हिन्दू परिवारों को आजादी 1949 में मिली थी। जब ये लोग पाकिस्तान के डेरा इस्माइल खान इलाके से अपनी जान बचाकर किसी तरह से भारत की सरहद के अंदर आए और वहां से सीधे उद्योनगरी में शरण ली।
यहां के एक जमीदार ने इन्हें 209 बीघे जमीन दी, जिसमें नागर जी सोसाइटी की नींव रखी गई। इनलोगों ने शहर में व्यवसाय किया और वर्तमान में सोसाइटी में रहने वाले लोगों की गिनती रईसों में होती है।
डेरा इस्माइल खान से आए थे कानपुर
शहर के कृष्णानगर स्थित श्रीनागर जी सोसाइटी में करीब 350 से ज्यादा परिवार रहते हैं। अधिकतर खुद का व्यापार करने के साथ ही समाजसेवा के कार्य से भी जुडे हैं।
पूर्व पार्षद मदन लाल भाटिया बताते हैं कि उनका जन्म तो कानपुर में हुआ था। लेकिन आजादी के वक्त बंटवारे के दौरान हमारा परिवार पाकिस्तान के डेरा इस्माइल खान इलाके में रहता था। यहां पर करीब 20 हजार से ज्यादा हिन्दू परिवार रहते थे।