एक भूतनी ने किया सच्चा प्रेम, आदमी को पता चला तो वो भी करता रहा प्यार ,उसके बाद जो हुआ ….
यह घटना जमुई जिले की एक छोटे प्रखंड चकाई की है साल 1980 की है, प्रकाश नाम का एक व्यक्ति इसी गांव में रहता था, वो बस स्टैंड में एक एजेंट के रूप में काम करता था, वह रोज की तरह उस दिन भी देर रात को सोने के लिए अपने घर जा रहा था, रास्ते में उसने एक पान की दुकान पर एक पान बनवाया और उस पान को मुंह में डाल कर वहां से चला। पर उसे यह सब ज्ञात नहीं था कि इस पान से उसकी जीवन में उथल पुथल होने वाला था, वह चलते चलते बहुत थक गया था।
दोस्तों उस समय में लोगों के पास कोई साधन नहीं होता था बस पैदल ही चलना पड़ता था। रात काफी हो चुकी थी, उस समय बिजली भी नहीं होती थी, दोस्तों उस वक़्त बस्ती के लोग घर से बाहर भी नहीं निकलते थे, प्रकाश बहुत ही साहसी थे, थकने की वजह से प्रकाश एक पेड़ के नीचे बैठ गए और पान को गलती से पेड़ पर थूक दिया।
जैसे ही उसने पान को थूका तो देखा कि एक सुंदर लड़की उसे ही देख रही थी, प्रकाश ने देखते हुए पूछा आप कौन हैं और इतनी रात में यहां क्या कर रही है, लड़की बोली मै यहीं रहती हूं, आपने पान खा कर मेरे ऊपर थूक दिया, मेरे कपड़े खराब हो गये, प्रकाश ने कहा मुझसे गलती हो गई मै तो पेड़ के नीचे थूका पर आपको कैसे पड़ गया।
भूतनी बोली मै तो यही खड़ी थी, अपने देखा ही नहीं, प्रकाश समझ गया कि वह एक भूतनी है और वहां से भागने लगा पर साए से कोई भी भाग नहीं सकता, प्रकाश जहां तक जाते वहीं भूतनी खड़ी हो जाती थी, वो पूरी तरह से हार गए। प्रकाश ने सोचा कि मरना तो है ही पर हिम्मत जुटाकर पूछ बैठे तुम मेरे से क्या चाहती हो, भूतनी बोली मै एक गरीब परिवार की बेटी थी, बस्ती के एक परिवार में मेरा विवाह तय हुआ था मै बहुत खुश थी पर अचानक किसी दिन उस लडके के पिता ने उसका रिश्ता कहीं और तय कर दिया।
इस धोखे की वजह से मेरी तबियत बिगड़ी अस्पताल जाने के दौरान इसी पेड़ के नीचे मेरी जान चली गई थी, तब से मै यहीं रहती हूं, और मै आप से प्यार करने लगी हूं। यदि आप मुझसे विवाह नहीं करेंगे तो मै आपको और आपके परिवार को मार डालूंगी। इस बात से प्रकाश इतना ज्यादा डर गए की भूतनी के शर्त को स्वीकार कर लिया, और दोनों एक साथ रहने लगें, भूतनी एक पत्नी, अच्छी बहू, बनकर रहने लगी। सभी परिवार वालों का मान सम्मान करती थी।
एक साल तक यही सब कुछ चलता रहा, एक दिन वह अपनी असली रूप में थी परिवार में किसी ने देख लिया, सभी लोगों के होश उड़ गए। किसी तांत्रिक को बुलाया और तांत्रिक ने उसे एक डब्बे में कैद कर लिया, वो बहुत रोई बोली मै प्रकाश के लिए समर्पित हूं, मै प्रकाश से बहुत प्यार करती हूं, मेरा क्या कसूर है। प्रकाश भी रो रहा था, प्रकाश भी उसे नहीं खोना चाहता था।
तांत्रिक ने कहा बेटी एक आत्मा और एक इंसान एक नहीं हो सकता है तुम्हें जाना होगा, तांत्रिक उस भूतनी को वहां से लेकर चला गया। प्रकाश की भी तबियत खराब रहने लगी, क्योंकि वह भी उस भूतनी से बेहद प्यार करते थे, और कुछ सालों के दौरान प्रकाश भी नहीं रहे। दोस्तों लोगों का कहना है कि प्रकाश भी उसी भूतनी के पास चले गए। दोस्तों प्यार की यह दास्तान बयां नहीं की जा सकती है।