भारत के सबसे तीन बड़े हैकर जिससे दुनिया डरती है, जानिए इनके बारे में कुछ रोचक जानकारी
हामिद अशरफ
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में रहने वाला हामिद अशरफ सिर्फ 17 साल की उम्र में हैकिंग के जरिये 10 से 15 करोड़ रूपए हर महीने कमाने लगा | उसने कुछ सॉफ्टवेयर बनाये जैसे ब्लैक टी एस ,रेड मिर्ची आदि और ऐसे ही गैरकानूनी सॉफ्टवेयर बनाकर पुरे भारत में बेचने लगा | हामिद अशरफ लगातार 2 साल तक इंडियन रेलवे की टिकट हैक करके ब्लैक में बेचने लगा |
लेकिन कब तक 2016 में सीबीआई की टीम और रेलवे टीम ने मिलकर पकड़ लिया| उसके पास से 80 सिम कार्ड 50 लाख रूपए | और कई सरे एटीएम कार्ड बरामद किये | हामिद अशरफ को पकड़ने के बाद पता चला की वो कोई छोटा मोटा हैकर नहीं बल्कि बहुत बड़ा हैकर नेटवर्कर था |
अमित बिक्रम तिवारी
मुंबई के पुणे का रहने वाला अमित बिक्रम तिवारी पेशे से एक इंजीनियर था | पर उसका हमेशा से रुचि सिर्फ हैकिंग में था | पैसे कमाने के लिए उसने 2 वेबसाइट बनाई | उसे पूरी दुनिया से लोग ईमेल को हैक करने के लिए ऑडर देते थे | और उस काम को करने के बाद 15 से 20 हज़ार रूपए लेता था | समय बीतता गया अमित ने 900 से ज्यादा ईमेल हैक कर लिया | अमित चीन और रोमानिया के प्रॉक्सी यूज़ करता था | जिससे से कंपनी को ऐसा लगता था की हैक यह से हो रहा है | वो कई देशो के लिए खतरा बन गया था | जिससे दबाव में आकर सीबीआई ने उसे गिरफ्तार कर लिया |
तृषित अरोरा
कृष्णेत अरोरा बचपन से ही हैकिंग में बहुत ही ज्यादा इंटरेस्ट था | आपको बता दे की पढाई में ध्यान न देने के कारण फेल हो गया |फेल होने के बाद भी उसने हार नहीं मानी | उसने पहली बार साइबर सेक्युरटी में पहला कदम रखा | सीखते सीखते वो इतना होशियार हो गया की किसी भी कंप्यूटर का पासवर्ड बहुत ही आसानी से तोड़ सकता था |
उसने अपना खुद की कंपनी स्टार्ट की | जो वेबसाइट की सुरक्षा देने का काम करती थी | उसने अपनी पहली कमाई की जो 60000 रूपए थी | उसकी इतनी बड़ी कंपनी बन महीने का लाखो कमाने लगा | अगर आज की बात करे तो सीबीआई ,अमूल ,गुजरात पुलिस ,महाराष्ट पुलिस ,और भी कंपनी को सुरक्षा देने का काम करती है |