कोविड रोगियों में ब्लड क्लॉट्स की समस्या भी देखने को मिली
कोरोना वायरस के लक्षणों में तेजी से बदलाव के कारण डॉक्टर्स भी परेशान हैं। हाल ही में कोविड रोगियों में ब्लड क्लॉट्स की समस्या भी देखने को मिली। न्यूयार्क शहर में डॉक्टर हूमन पूअर ने देखा कि कोविड पेशेंट उनकी आंखों के सामने मर गया और अन्य पेशेंट की हालत भी खराब हो रही है। कुछ पेशेंट ऐसे थे जो वेंटिलेटर पर थे लेकिन उनके अंगों को ऑक्सीजन नहीं मिल रही थी। उनके खून में एसिड बन रहा था और साथ ही किडनी भी सही से काम नहीं कर रही थी। हालत इतनी खराब थी कि पेशेंट को डायलिसिस पर भी नहीं रखा जा सकता था।
जो डॉक्टर्स कोविड-19 पेशेंट का इलाज कर रहे हैं, उनमे एक बात सामने आ रही है कि पेशेंट का रक्त निकालने में ट्यूब में रक्त जम रहा है। यहां तक कि किडनी डायलिसिस के लिए और IV लाइनों के लिए कैथेटर डालने पर नलिकाएं में तेजी से रक्त के थक्के जम रहे हैं।
पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के अस्पताल में एक हेमेटोलॉजिस्ट और मेडिसिन के एसोसिएट प्रोफेसर एडम कुकर का मानना है कि पेशेंट में खून के थक्के का जमना परेशान करने वाली बात है। ऐसे पेशेंट्स के लिए मैनेजमेंट कर पाना चैलेंजिंग हो रहा है।
कुछ कोविड-19 पेशेंट के पैरों में खून के थक्के मिल रहे हैं। डॉक्टर्स को हैरानी इसलिए भी हो रही है क्योंकि ये मरीज खून को पतला करमे वाली दवा भी ले रहे थे। वहीं कई मरीजों के फेफड़ों में भी कई स्थानों में खून के थक्के मिले हैं। कोरोना महामारी का संक्रमण दुनियाभर में दो लाख से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है। ऐसे में नए लक्षणों की वजह से ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।