दूध भी जहर बन जाता है भगवान शिव के इस चमत्कारी मंदिर में
धर्म भक्ति अध्यात्मिक और साधना का देश है भारत जहां प्राचीन काल से मंदिर विशेष महत्व रखते हैं यहां कई मंदिर ऐसे हैं जिसमें कई चमत्कार भी होते आए हैं आस्था वालों वह चमत्कार देवी चमत्कार और आने के लिए आश्चर्य का विषय आइए जानते हैं भारत के कुछ विशिष्ट मंदिरों के बारे में जिनके रहस्य असीम प्रगति वैज्ञानिक के बाद भी कोई जा नहीं पाया कई प्राचीन मंदिर आज भी भारत की सर्वश्रेष्ठ धरोहर है जिन से जुड़े रहस्य आज तक राज बने हुए हैं।
- सिद्ध वीर खेड़ापति हनुमान मंदिर= आपने बहुत सारे चमत्कारी मंदिरो के बारे में सुना होगा मध्यप्रदेश में एक ऐसा ही चमत्कारिक मंदिर है जहां इंसान तो इस बात को मानता ही है कि यह एक चमत्कारिक मंदिर है बल्कि उस मंदिर के पास से कोई तेज रफ्तार से ट्रेन निकलती है तो वह भी धीमी हो जाती है माना जाता है की ट्रेन रुक रुक कर उस मंदिर को प्रणाम कर रही है इस इस तरह का उदाहरण आपको देखने को मिलेगा यहां एक हनुमान जी का मंदिर स्थित हैइसके अलावा इस मंदिर में भविष्य में होने वाली घटनाओं की भविष्यवाणी भी मिल जाती हैइस मंदिर को सिद्ध वीर खेड़ापति हनुमान मंदिर के नाम से भी जाना जाता है जय बालाजी महाराज की।
02.नागनाथ स्वामी मंदिर =सभी शिव मंदिरों की अपनी अलग विशेषताएं होती हैं इन्हीं शिव मंदिरों में से एक शिव मंदिर केरल में स्थित हैं जहां से भक्तों की लंबी कतार लगी रहती है वहां के चमत्कारों को देखने और शिवलिंग के दर्शन करने के लिए क्योंकि यहां के शिवलिंग पर दूध चढ़ाने दूध का रंग नीला हो जाता है यही नहीं मंदिर में लोग ग्रह शांति की पूजा भी करवाते हैं ग्रहों में केतु की पूजा करवाने के लिए यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध माना जाता है यहां आस-पास ही नहीं बल्कि देश के कोने कोने से लोग दर्शन करने आते हैं ओम नमः शिवाय
- जग रामेश्वर मंदिर= हमारे देश में दोस्तों कई रहस्य छुपे हैं इन रहस्यों के आगे विज्ञान भी अपने घुटने टेक देता है ऐसे ही एक अनोखा मंदिर बी जाम गढ़ में स्थित है जो लोगों के आस्था का केंद्र बना हुआ है शिव का यह अद्भुत मंदिर जग रामेश्वर नाम से प्रसिद्ध है यह अद्भुत मंदिर बड़ और पीपल के पेड़ का बना हुआ है जी हां दोस्तों यह मंदिर पीपल के पेड़ से बना हुआ है यह मंदिर बहुत ही सदियों पुराना है दक्षिण भारत की शैली से बना यह मंदिर भक्तों को अपनी और आकर्षित करता है यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है लेकिन शिवरात्रि और सावन माह में मंदिर भक्तों का सैलाब वर्ड पड़ता है पीपल और बड़का अजब संगम है इस मंदिर में एक ही जगह पर पीपल और बड़ का पेड़ होना लोगों को आश्चर्यचकित करता है