सेना के काम में अहम भूमिका निभा रहे हैं शुतुरमुर्ग, डॉल्फिन और चूहे,जानिए कैसे
सेना के काम में चूहे, डॉल्फिन, चील, शुतुरमुर्ग, आदि पक्षी भी महत्वपूर्ण रोल अदा करते हैं , सीरिया में आतंकी कैंप चलाने वाले आईएएसआईएस प्रमुख अबू बकर अल-बगदादी को मार गिराने में कुत्ते की महत्वपूर्ण भूमिका थी | अमेरिकी सेना अकेली सेना नहीं है, जो पशु पक्षियों का इस्तेमाल देश के हित में करती हैं, कई अन्य देश भी पशु पक्षियों का इस्तेमाल सेना के रूप में करते हैं|
यह पशु पक्षी सैन्य कार्यवाही को काफी आसानी से पूरा कर लेते हैं, जो दुश्मन के खात्मे के साथ साथ सैनिकों को बचाने मैं भी काफी मदद करते हैं| अमेरिका कि सेना ने यह दावा किया है, कि स्वान उनकी हर सैन्य कार्यवाही का अहम हिस्सा होता है|
आइए जानते हैं, कुछ खास पशु पक्षियों के बारे में जो सैन्य कार्यवाही के दौरान बेहद अहम भूमिका निभाते हैं|
- चील- इन पक्षियों को पहले प्रशिक्षित किया जाता है, और महत्वपूर्ण स्थानों जैसे परमाणु संयंत्रों के आसपास तैनात किया जाता है, चील का प्रयोग ड्रोन को मार गिराने के लिए भी किया जाता है| दक्षिण कोरिया को डर सता रहा है, कि उत्तर कोरिया उस पर गैस से हमला कर सकता है| इससे बचाव के लिए दक्षिण कोरिया ने एक खास पक्षी (पीले रंग की चिड़िया) को दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के मध्य सीमा पर पिंजरे में बंद करके रखा है, ताकि जब दक्षिण कोरिया पर गैस से हमला हो, तो सबसे पहले यह पक्षी मारे जिससे देश में अलर्ट जारी किया जा सके|
- डॉल्फिन- संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत आतंकवादियों ने कई कारणों से समुद्री डॉल्फिन को प्रशिक्षित और नियोजित किया है। प्रशिक्षित किए गए डॉल्फिन को सेना के समुद्र में खोए हुए तेराको एवं पानी के नीचे की खानों का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है|
३. चूहे – अफ्रीकी देश दुश्मनों की खानों को पहचानने के लिए चूहों का इस्तेमाल करते हैं, चूहों का वजन हल्का होने के कारण खानों में बिछाई गई बारूद के फटने का खतरा भी कम रहता है|
४. कबूतर- प्रथम विश्व युद्ध में कबूतरों का इस्तेमाल दुश्मन देश की तैयारियों की फोटो लेने में किया गया था| उस समय उपयोग होने वाले कैमरों से, यह कबूतर एक या दो तस्वीर ले सकते थे| मगर मौजूदा वक्त में यह कबूतर एक बार में 10 से भी ज्यादा तस्वीर ले सकते हैं, कुछ बड़े देश सीमा पर जासूसी के लिए इनका भरपूर इस्तेमाल करते हैं