हस्तमैथुन के ये बड़े फायदे सुन कर हैरान हो जाएगे आप

हेल्थ प्रफेशनल्स के मुताबिक अपने प्राइवेट पार्ट को टच करना बेहद नैचरल है। ऐसे में मैस्टबेशन को सेक्सुअल एक्सप्रेशन के रूप में ही देखा जाना चाहिए।

पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का ऑर्गेजम (चरम आनंद) ज्यादा कॉम्पलेक्स होता है। पुरुषों को सामान्यतः स्पर्म निकलते वक्त आनंद आता है। अधूरी उत्तेजना और गलत सेक्स टेक्नीक महिलाओं के ऑर्गेजम को कम करता है। वक्त से पहले स्पर्म का गिरना और फोरप्ले में कमी महिलाओं के आनंद को कम करता है।

मैस्टरबेशन पूरी तरह से नैचरल प्रक्रिया है। इससे प्रजनन क्षमता पर किसी भी तरह का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। सेक्सुअली कमजोरी और कामुकता में कमी की बात भी पूरी तरह से अफवाह है।

यदि पुरुष या महिला सेक्सुअली डिसफंक्शन से पीड़ित हैं तो मैस्टरबेशन से कई चीजें समझ सकते हैं। यदि पुरुषों में सेक्स के दौरान वक्त से पहल स्पर्म गिरने की समस्या है तो मैस्टरबेशन को लर्निंट टूल की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। आप इसमें सीख सकते हैं कि खुद पर कंट्रोल कैसे किया जाता है।

जब आप मैस्टरबेशन के दौरान क्लाइमेक्स पर होते हैं, तब एंडोर्फिन हॉर्मोन्स रिलीज होता है। इस हॉर्मोन्स के रिलीज के बाद आपकी बेचैनी खत्म होती है और आपको मानसिक शांति मिलती है।

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