धोनी-रैना ने संन्यास लेने के लिए 15 अगस्त ही क्यों चुना, रैना ने किया खुलासा
भारत को दो बार वर्ल्ड कप दिलाने वाले कप्तान एमएस धोनी और बल्लेबाज सुरेश रैना ने अचानक 15 अगस्त को चेन्नई में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर फैंस को चौंकाया था।
इसके बाद से ही हर कोई सोच रहा था कि थलाइवा महेंद्र सिंह धोनी (नेतृत्वकर्ता) और चिन्ना थाला सुरेश रैना (थलाइवा का दाहिना हाथ) ने संन्यास की घोषणा के लिए स्वतंत्रता दिवस को ही क्यों चुना और एक साथ ही ऐसा क्यों किया।
इस बात का खुद सुरेश रैना ने खुलासा किया। रैना ने कहा कि- मैंने और धोनी ने पहले से ही शनिवार को संन्यास लेने की योजना बना ली थी। धोनी की जर्सी का नंबर 7 है और मेरी जर्सी का नंबर 3, दोनों मिलाकर 73 होते हैं। शनिवार को भारत की स्वतंत्रता के 73 वर्ष पूरे हुए तो हमने सोचा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदा लेने का इससे बेहतर दिन और कोई नहीं हो सकता।’
सुरेश ने बताया कि सुरेश रैना ने कहा, ‘एमएस धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ चित्तगोंग में और मैंने 30 जुलाई 2005 को श्रीलंका के खिलाफ दांबुला में पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे खेला था। हम दोनों का करियर 15-16 साल का रहा।
हमने लगभग एक साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना शुरू किया। चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) में शुरू से ही साथ में रहे और आगे भी IPL में साथ रहेंगे।