NPR को लेकर RBI के इस फैसले से मचा हड़कंप

नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनपीआर को लेकर इस समय देशभर में सियासत गर्माई हुई है। देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। इस बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की तरफ से एनपीआर को लेकर दिए गए एक ताजा आदेश से हड़कंप मच गया और लोग आनन-फानन में बैंक से अपने रुपए निकालने के लिए दौड़ पड़े।

बैंक में अपने खाते से करीब 50 हजार रुपए निकालने वाली एक महिला सरकारी कर्मचारी ने बताया, ‘इस शाखा के लगभग सभी ग्राहक घबराए हुए हैं। हमें नोटबंदी के उस दौर का अनुभव है, जिसमें हमें अपने ही पैसे निकालने के लिए कई दिनों तक बैंकों के बाहर लाइन में लगने को मजबूर होना पड़ा था, इसीलिए इतने सार लोग घबराकर बैंक में अपने खाते से पैसे निकालने पहुंचे हैं।

बैंक अधिकारी ने अपनी मजबूरी बताते हुए कहा, ‘ग्राहक हमारी कोई बात नहीं सुन रहे थे। लोगों के बीच इतनी ज्यादा घबराहट थी कि समुदाय के नेताओं को भी उन्हें समझाने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। हमारे ज्यादातर ग्राहकों में मुस्लिम समुदाय के लोग थे और अब उनमें से बड़ी संख्या में लोग लगभग अपना पूरा पैसा निकाल चुके हैं।’ हालांकि, अभी तक कई बैंकों ने केवाईसी के वैध दस्तावेजों की लिस्ट में एनपीआर लैटर को शामिल नहीं किया है। बैंक ऑफ बड़ौदा के एक सीनियर ऑफिसर ने बताया कि उन्होंने एनपीआर लैटर को केवाईसी दस्तावेजों की सूची में शामिल नहीं किया है, क्योंकि जो अभी मौजूद ही नहीं है, उसे लिस्ट में शामिल करने का कोई मतलब नहीं है।

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