सुंदर त्वचा के लिए अपना सकते हैं ये स्किन लाइटनिंग ट्रीटमेंट्स

स्किन वाइटनिंग ट्रीटमेंट से न सिर्फ हायपरपिग्मेंटेशन की समस्या खत्म होती है बल्कि, स्किन इवन टोन भी होती है। आज मार्केट में कई तरह के स्किन लाइटनिंग ट्रीटमेंट मौजूद हैं जानते हैं इनके बारे में –

माइक्रोडर्माब्रेशन स्किन लाइटनिंग की एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया है। इसमें त्वचा की ऊपरी डैमेज्ड परत को एक मशीन के जरिए एक्सफोलिएट किया जाता है। इस स्किन लाइटनिंग ट्रीटमेंट से स्किन को एक-दो टोन तक गोरा किया जा सकता है।

इस स्किन ब्राइटनिंग ट्रीटमेंट से रेडिएंट त्वचा मिलती है। अगर आपकी त्वचा में मुंहासे के निशान, फाइन लाइन्स और पिंपल्स के निशान हैं तो ऐसे में आप इस उपचार को आजमा सकती हैं। इसमें लेजर बीम से क्षतिग्रस्त त्वचा कोशिकाओं को खत्म किया जाता है जिससे की त्वचा रिन्यू होने की प्रक्रिया तेज हो जाती है। इससे स्किन-एजिंग धीमी होती है।

चेहरे, गर्दन और हाथों की स्किन को सुंदर बनाने के लिए केमिकल पील तकनीक का उपयोग किया जाता है। इसमें केमिकल सॉल्यूशन को त्वचा पर लगाकर त्वचा की खराब परत को हटा दिया जाता है। फिर उसकी जगह नई स्किन बनने लगती है जो सॉफ्ट और कम झुर्रियों वाली होती है। कॉस्मेटोलॉजिस्ट त्वचा की स्थिति के अनुसार ही सुपरफेशियल, मीडियम और डीप केमिकल पील्स करते हैं।

स्किन लाइटनिंग के घरेलू उपाय

विटामिन सी नींबू के प्रमुख घटकों में से एक है और यह एंटी-पिगमेंटरी प्रभाव के लिए जाना जाता है। यह आपके चेहरे और गर्दन पर किसी भी धब्बे या ब्लेमिशेस को खत्म करने में मदद कर सकता है।

शहद में अल्फा-हाइड्रॉक्सी एसिड और अन्य बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जो त्वचा पर पिगमेंटेशन के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं, जिससे काले धब्बे कम हो जाते हैं। इसके लिए शहद और नींबू को मिलाकर साफ फेस पर लगाएं और 20 मिनट बाद चेहरे को धुल लें।

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