इन दोनों भाई में बहुत ही अधिक समानता है, मजेदार कहानी
दो भाई थे। एक की उम्र 8 साल दूसरे की 10 साल। दोनों बड़े ही ताजा थे। उनकी शैतानियों से पूरा मोहल्ला तंग आ गया था। माता-पिता रात दिन इसी तरहता में डूबे रहते हैं कि आज पता नहीं वे दोनों क्या करते हैं।
एक दिन गांव में एक साधु आया। लोगों का कहना था कि बड़े ही पहुंचे महात्मा है। जिसको आशीर्वाद दे दे उसका कल हो जाए। पड़ोसन ने बच्चों की मां को सलाह दी कि आप अपने बच्चों को इन साधु के पास ले जाओ। शायद उनके आशीर्वाद से उनकी मर्दी कुछ ठीक हो जाए। माँ को पड़ोसन की बात ठीक लगी। पड़ोसन ने यह भी कहा कि दोनों को एक साथ मत ले जाना नहीं तो क्या पता दोनों साथ मिलकर कुछ शरारत कर दें और साधु हो जाए।
अगले ही दिन मां छोटे बच्चे को लेकर साधु के पास पहुंची। साधु ने बच्चे को अपने सामने बैठा लिया और मां से बाहर जाने का इंतजार करने को कहा।

साधु ने बच्चे से पूछा – “बेटा, तुम भगवान को जानते हो न? बताओ, भगवान कहाँ है? “
बच्चा कुछ नहीं बोला बस मुंह बाए साधु की ओर देखता रहा। साधु ने फिर अपना सवाल उठाया। पर बच्चा फिर भी कुछ नहीं बोला। अब साधु को कुछ चिढ़ सी आई। उसने थोड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा – “मैं क्या पूछ रहा हूँ तुम्हें सुनाई नहीं देता। जवाब दो, भगवान कहां है?
“बच्चे ने कोई जवाब नहीं दिया। बस मुँह बाबा साधु की ओर हैरानी भरी नजरों से देखता रहा।
अचानक जैसे बच्चे की चेतना लौटी। वह उठा और बाहर से बाहर की ओर भागा। साधु ने आवाज दी पर वह रूका नहीं सीधा घर जाकर अपने कमरे में पलंग के नीचे छुप गया। बड़ा भाई, जो घर पर ही था, उसे छुपते हुए देखा तो पूछा – “क्या हुआ? छुप क्यों रहे हो?
“भैया, आप भी जल्दी से कहीं छुप जाओ।” बच्चे ने घबराये चुके स्वर में कहा।
“क्या हुआ?” बड़े भाई ने भी पलंग के नीचे घुसने की कोशिश करते हुए पूछा।
“अबकी बार हम बहुत बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं। भगवान कहीं गुम हो गया है और लोग समझ रहे हैं कि इसमें हमारा हाथ है!