दुनिया की सबसे खतरनाक द्वीप, जहां कोई पहुंच नहीं पाया है…

सेंटिनल आईलैंड भारतीय उप द्वीप अंडमान निकोबार से थोड़ी दूरी पर स्थित एक द्वीप है। सेंटिनल आईलैंड नाम पढ़ने के पीछे सबसे बड़ी वजह यह है, कि सेंटिनल का मतलब रखवाला या पहरेदार होता है। आइसलैंड का मतलब द्वीप। इस द्वीप की रखवाली एक समूह करती है। जो इतने खतरनाक है कि, आज तक अपने पास किसी को आने नहीं दिया। यही वजह है कि, इसका नाम सेंटिनल आईलैंड पड़ा है। यह इकलौता ऐसा द्वीप है, जिस पर आज तक कोई इंसान जा नहीं पाया है। इस दुनिया में जितने भी द्वीप है, जिसे इंसानों द्वारा खोजा जा चुका है। उन सभी पर इंसान जाने में सफल हो चुका है। लेकिन सेंटिनल आइसलैंड पर रहने वाले जनजातियों से आज तक कोई संपर्क नहीं कर पाया।

इसके पीछे बजह यह है कि, वहां निवास करने वाले आदिमानव इतनी खतरनाक है कि, वे द्वीप के आसपास जाने वाले जहाज और द्वीप के ऊपर से गुजरने वाले हेलीकॉप्टर पर भी, वे जहरीले और जलती आग के बानो द्वारा हमला कर देते हैं। वे किसी भी इंसान को अपने द्वीप के आसपास भी नहीं आने देते हैं।

उन तक पहुंचने के लिए बहुत तरह की कोशिश की गई।लेकिन इंसान आज तक सफल नहीं हो पाया। उनके लिए खाने-पीने की सामग्री तथा नारियल जैसे उपहार से भी उन तक पहुंचने की कोशिश की गई। लेकिन कोई भी उपाय काम नहीं आए। उन्हें डराने की भी कोशिश की गई। लेकिन उसमें भी वह हम पर भारी पड़े। वे अपने आसपास किसी को भटकने नहीं देते हैं।

कुछ साल पहले उनका एक साथी को पकड़ा गया था। ताकि उनके बारे में समझा जा सके। लेकिन ना तो उसका भाषा कि पता चल सका और ना ही कुछ और पता चल पाया। बंदी बनाने के कुछ समय बाद ही उसकी मृत्यु हो जाती है। वैज्ञानिक का मानना था कि, वह हमारा वातावरण में बिल्कुल भी ढल नहीं पाया। उसके बाद में वहां तक पहुंचने की कोशिश की गई। लेकिन वहां तक पहुंचने की कोशिश में बहुत सारे लोगों की जान जाने के अलावा, कुछ हाथ नहीं लग पाया। इसलिए सरकार ने अब वहां जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। ताकि वे अपनी दुनिया में खुश रहे और हमारी भी जान ना जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *