इन बीमारियों का काल है भगवान शंकर का सबसे प्यारा फल धतूरा
दोस्तों, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भगवान भोलेनाथ की पूजा में धतूरे का विशेष महत्व है भगवान शिव को पूजा के दौरान धतूरे तो उनको ऊपर चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है धतूरा औषधि के रूप में भी काम आता है.
आयुर्वेद में धतूरे का उपयोग रोगों का इलाज करने के लिए किया जाता है आज हम आपको धतूरे के बहुत सारे फायदे के बारे में बताने वाले हैं तो चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं.
चोट के घाव को दूर करने में सहायक : धतूरा गहरी चोट के घाव को जल्दी ठीक करता है। धतूरे में में एंटी सेप्टिक गुण पाए जाते हैं।। लेकिन बहुत ज्यादा गहरे में धतूरे का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
कान के दर्द में: धतूरे में एंटी इनफेल्मेट् गुण पाया जाता है। यदि कान में दर्द या घाव हो धतूरे का उपयोग किया जा सकता है। परंतु आयुर्वेदिक डॉक्टर सलाह अवश्य ले।
गंजेपन की समस्या को दूर करता है: धतूरे को पीसकर नियमित रूप से सर में लगाने से बाल असमय सफेद होने, बालों में डैंड्रफ और गंजेपन की समस्या से निजात मिलती है।