इस मंदिर में की जाती है खंडित शिवलिंग की पूजा, वजह जानकर आप हो जाएंगे
दोस्तों, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि दुनिया में ऐसी बस की अजीबोगरीब चीजें होती है जिसे आपने देखा या सुना होगा। आज हम आपको बताएंगे कैसे मंदिर के बारे में जहां पर खंडित शिवलिंग की पूजा की जाती है तो चलिए आपको बताते हैं यह कहां है मंदिर।
हम जिस मंदिर की बात कर रहे है वो मंदिर झारखंड के गोइलकेरा के बड़ैला गांव में है। महादेवशाल धाम के इस मंदिर में खंडित शिवलिंग को पूजा जाता है। दरअसल इस शिवलिं का आधा हिस्सा कटा हुआ है और फिर भी लोग इसकी पूजा करते हैं। इस से उनकी मनोकामनाएं भी पूरी होती है।
आप सोचते होंगे कि लोग इस खंडित शिवलिंग की पूजा क्यों करती होंगे तो आपको बता दें कि 19वीं शताब्दी के मध्य में बड़ेला गांव के पास बांग्ला नागपुर रेलवे द्वारा कोलकाता में मुंबई के बीच रेलवे लाइन बिछाने का कार्य चल रहा था कुछ मजदूर वहां पर खुदाई कर रहे थे.
तो उन्हें यह शिवलिंग दिखाई दिया सभी को लगा कि उस शिवलिंग में कोई दिव्य शक्ति है तब वहां रेल लाइन की खुदाई का विरोध होने लगा अंग्रेज अधिकारियों को लगा कि यह आस्था और विश्वास की बात है. अगर वह इस निर्माण को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो उन्होंने इस शिवलिंग मंदिर बनवाया और तब से इस मंदिर की पूजा करने लगे.