इस दिमागी बीमारी से बचने में मदद करता है नींद, जानिए आप भी

रेम स्लीप यानी रैपिड आई मूवमेंट स्लीप नींद के पांच चरणों में से एक ऐसा चरण है जो हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है। आपको जानकर हैरान होगी कि नींद हमारे शरीर के हर सिस्टम और कोशिकाओं को प्रभावित करती है। नींद सिर्फ मूड ही नहीं दिमाग से लेकर दिल, फेफड़े, मेटाबॉलिज्म और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित करती है।

रेम स्लीप आपके दिमाग को रीस्टोर करने के साथ ही आपके सीखने और याद रखने की क्षमता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यदि आपको केवल एक रात के लिए ही पर्याप्त रेम स्लीप न मिले, तो अवश्य ही आपको अगले दिन थकावट महसूस होने लगेगी और आपको एनर्जी भी कम लगेगी।

रेम स्लीप स्टेज के दौरान आपके सपने तीव्र हो सकते हैं, क्योंकि उस समय आपका मस्तिष्क ज्यादा सक्रिय होता है।

शिशु, वयस्कों की तुलना में 50% तक अपनी नींद में रेम स्लीप स्टेज में गुजारते है। वहीं व्यस्क केवल 20% रेम स्लीप में बिताते हैं।

जब आप रेम स्लीप स्टेज के आगे पहुंच जाते हैं तो शरीर में सुधार प्रक्रिया शुरू हो जाती है। हमारी कोशिकाएं फिर से बनती हैं, हड्डियों, मांसपेशियां और रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होने लगता ह।

रेम स्लीप की पहली अवधि आमतौर पर 10 मिनट तक रहती है। उसके बाद का प्रत्येक रेम स्लीप साइकिल लंबा हो जाता है और आखिर में एक घंटे तक चल सकता है। इस दौरान आपकी हृदय गति और श्वास तेज हो जाती है।

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