RBI के पास नोट छापने की मशीन है फिर वो ढेर सारा नोट छाप के सब को अमीर क्यों नहीं बना सकते? जानिए वजह
नोट सरकार द्वारा जारी किया गया एक प्रमाण पत्र है । आप स्वयं देख सकते हैं कि प्रत्येक नोट पर भारत के रिजर्व बैंक के गवर्नर के द्वारा इस बात का वचन दिया गया है कि वो जितने रुपए का नोट है उतने रुपए के समतुल्य राशि , उक्त नोट के धारक को सरकार द्वारा दिए जाएंगे।
चूंकि सरकार ने ये वचन दिया है इसलिए सरकार जितने नोट जारी करती है उतनी राशि के समतुल्य राशि का रिजर्व हमेशा रखना पड़ता है। ताकि अगर किसी भी कारण वश प्रचलित नोट बंद हो जाएं तो उसके बदले समतुल्य राशि सरकार प्रदान कर सके।
अतः कोई भी सरकार मनमाने नोट नहीं छपवा सकती है।