प्लास्टिक कचरे से सड़क

मोदी सरकार ने प्लास्टिक कचरे से सड़क बना बचाए ₹3000000000, जानिए कैसे हुआ ये सब

दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि मोदी सरकार भारत की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए तरह-तरह की योजनाएं बनाती रहती है ताकि भारत की आवश्यकता को संभाला जा सके हाल ही में एक सर्वे के अनुसार पता चला है कि जिस सड़क को बनाने में भारत सरकार को ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते थे.

जब से सरकार ने प्लास्टिक की सड़के बनाना शुरू किया है तब से सरकार की मुद्रा में भी बचत हुई है और सरकार को बहुत सारा लाभ हुआ है सरकार ने सड़क परिवहन और राज्य मार्ग पर प्लास्टिक कचरे का सदुपयोग करने से पहले ही शुरू की थी जिसे प्लास्टिक कचरे को आप असल रूप से खत्म नहीं कर सकते थे।

उस कचरे को सरकार ने सड़क बनाने के निर्माण में उपयोग किया आपको बता दें कि इसका इस्तेमाल अब तक करीब 100000 किलोमीटर सड़कें बनाने में हो चुका है।

रिपोर्ट के अनुसार अगले वित्तीय वर्ष तक सरकार इसका इसका उपयोग दुगनी रफ़्तार से करेगी और दुगनी रफ़्तार से सड़के बनाएगी ताकि अधिक से अधिक प्लास्टिक कचरे का उपयोग हो सके और भारतीय सरकार अपने मुद्रा को बचा सके

आपको बता दें कि 1 किलोमीटर सड़क निर्माण के दौरान लगभग 10 टन बिटुमिन की ज़रूरत पड़ती थी। केंद्र सरकार के प्लास्टिक उपयोग करने के आदेश के बाद इस प्रक्रिया में 9 टन बिटुमिन लगता था, यानी हर 1 किलोमीटर सड़क तैयार करने में 1 टन बिटुमिन की बचत होती है। 1 टन बिटुमिन की लागत लगभग 30 हज़ार रुपए तक आती है। इसका मतलब सरकार हर 1 किलोमीटर सड़क निर्माण में लगभग 30 हज़ार रुपए बचा रही है। जिसे सरकार ने अब तक ₹3000000000 बचा लिया है

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