जानिये आखिर ट्रेन कोच में पीली और सफेद रंग की धारियां क्यों लगाई जाती हैं
भारतीय रेलवे दुनिया की सबसे बड़ी रेलवे नेटवर्क में इसकी गिनती की जाती है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि भारतीय रेलवे के डिब्बों पर पीली या सफेद रंग की धारियों का निर्माण क्यों किया जाता है इसके पीछे की वजह क्या है बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी चलिए मैं आज आपको बताता हूं कि रेलवे के डिब्बों पर पीली और सफेद रंग की धारियां क्यों बनाई जाती है सफेद रंग की धारियों को डिब्बों पर इसलिए बनाया जाता है कि ताकि लोग इस बात को समझ सके कि इस प्रकार के डिब्बे में जनरल लोग सफर कर पाते हैं और वही पीली डिब्बे इस बात का संकेत देते हैं कि वह विकलांग और बीमार लोगों के लिए बनाया जाता है और उन लोगों में सिर्फ वही लोग सफर कर पाएंगे जो विकलांग या किसी घातक बीमारी से बहुत ज्यादा पीड़ित है इसीलिए रेलवे में सफेद और पीली धारियों को रेल के डिब्बों पर बनाया है।
इसके अलावा रेलवे में महिलाओं के लिए एक अलग सा डिब्बा आरक्षित किया जाता है और उन डिब्बों का रंग ग्रे या हर रंग का होता है जो इस बात का संकेत देते हैं कि इसमें सिर्फ महिलाएं ही सफर कर पाएंगे और उसके अलावा इसमें कोई भी पुरुष प्रवेश नहीं कर सकता है जो अपने आप में महत्वपूर्ण और अहम जानकारी है।
जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि अधिकांश रेलवे डिब्बों का रंग नीला होता है और नीले रंग का डिब्बा इस बात का संकेत देता है कि अपने आप में एक एक्सप्रेस ट्रेन होती है यानी जिस की स्पीड 70 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की होती है इसके अलावा लाल रंग के डिब्बों का मतलब होता है सुपरफास्ट ट्रेनें होती है यानी इन ट्रेनों की स्पीड 150 किलोमीटर के ऊपर होती है जो अपने आप में काफी अहम और महत्वपूर्ण जानकारी है।