जानिए भारत में कोरोना वायरस इंफेक्शन फैलने की रफ्तार कम क्यों है?
भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में रोजाना दर्ज किए जा रहे कोरोना वायरस के मामले और मौतों का अध्ययन करके यह निष्कर्ष निकाला है कि भारत में कोरोना वायरस इंफेक्शन के फैलने की दर (ट्रांसमिशन रेट) विकसित देशों के मुकाबले काफी कम है।
क्योंकि, भारत सरकार द्वारा आंकलन किया गया कि देश में 100 संक्रमित मरीजों से एक हजार संक्रमित मरीज का आंकड़ा पहुंचने में 12 दिन लगे। जबकि, इतने ही समय में विकसित देशों में आंकड़ा, 3,500, 5000, 6000 और यहां तक कि 8000 तक पहुंच गया था। इसके अलावा, भारत में किसी भी देश के मुकाबले जनसंख्या काफी ज्यादा है।
कोरोना वायरस से जंग लड़ने के लिए डॉक्टर्स, नर्सो, अर्धचिकित्सा कर्मियों, तकनीशियनों, सहायक नसिर्ंग मिडवाइव्स आदि को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। इसी तरह सड़कों पर तैनात पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्य सेवाओं में जुटे राज्य सरकार के अधिकारियों एवं अग्रिम पंक्ति के अन्य कर्मचारियों को भी कोरोना वायरस से लड़ने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह विशेष ट्रेनिंग मानव संसाधन विकास मंत्रालय की सहायता से दी जा रही है।
भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक 9 अप्रेल तक देश में संक्रमितों की संख्या 5 हजार के पार हो चुकी है। इसमें से 178 लोगों की मौत हो चुकी है और 500 से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं।