जानिए सर्वे के अनुसार बेरोजगारी को लेकर मोदी सरकार पर क्या है लोगों की राय
देशभर में बेरोजगारी को लेकर कई रिपोर्ट सामने आई है रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि बेरोजगारी दर पहले से भी ज्यादा बड़ी हुई देखी जा रही है दिसंबर 2019 में किए गए इस सर्वे के अनुसार, 19 राज्यों के 12,141 प्रतिक्रिया देने वाले लोगों में से 32 फीसदी ने पर्याप्त रोजगार के अवसरों की कमी पर चिंता व्यक्त की है। इस सर्वे में लोगों से सवाल पूछा गया था कि वह किस मुद्दे पर सबसे ज्यादा चिंतित हैं। सर्वे के अनुसार, 32 फीसदी लोग बेरोजगारी, 15 फीसदी किसानों पर संकट, 14 फीसदी बढ़ती महंगाई, 12 फीसदी भ्रष्टाचार और 10 फीसदी लोग आर्थिक मंदी के चलते चिंतित हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल में रोजगार का परिदृश्य बेहतर होने वाला है। 43 फीसदी लोगों को रोजगार सृजन में कम उम्मीद है। दक्षिणी क्षेत्र के 45 फीसदी और उत्तरी क्षेत्र के 46 फीसदी लोगों ने नौकरियों के सृजन को लेकर उम्मीद जताई है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लेकर 39 फीसदी लोगों का मानना है कि आर्थिक मंदी से निपटने के लिए उन्होंने अच्छा काम किया है, जबकि 30 फीसदी लोगों का मानना है कि वह इसमें असफल रही हैं। अगर बेरोजगार लोगों की बात करें तो इनमें से 37 फीसदी का मानना है कि सीतारमण ने अर्थव्यवस्था को संभालने में अच्छा काम किया है। वहीं 30 फीसदी बेरोजगार लोग मानते हैं कि वह पूरी तरह से विफल साबित हुई हैं।