जानिए पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर का ट्रीटमेंट
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर की जांच मैमोग्राफी, अल्ट्रासाउंड, निप्पल डिस्चार्ज टेस्ट और बायोस्पी की हेल्प से की जाती है। कई बार डॉक्टर बायोस्पी के समय ही प्रभावित भाग को हटा देते हैं। ट्यूमर के साइज के अकॉर्डिंग ही ट्रीटमेंट के प्रकार का निर्णय किया जाता है।
सर्जरी
मैस्टेक्टोमी इस प्रॉसेस में सर्जन पूरे ब्रेस्ट को निकाल सकता है या फिर कुछ आसपास के टिशू को हटा देता है।
ब्रेस्ट कंजर्विंग सर्जरी- इसमें सर्जन केवल ब्रेस्ट के कुछ हिस्से को निकाल देता है।
लिम्फैक्टमी – इस सर्जरी के माध्यम से सर्जन प्रभावित लिम्फ को हटा देता है।
रेडिएशन थेरिपी
कुछ लोगों को सर्जरी के बाद रेडिएशन थेरिपी की जरूरत पड़ सकती है। सर्जरी के बाद अगर कुछ कैंसर सेल्स रह जाती हैं तो रेडिएशन की हेल्प से उसे हटाया जा सकता है। साथ ही एस्ट्रोजन हार्मोन थेरिपी भी दी जा सकती है।
कीमोथेरिपी
मेल ब्रेस्ट कैंसर के दौरान कुछ पुरुषों को कीमोथेरिपी की जरूरत भी पड़ सकती है। कीमोथेरिपी की हेल्प से कैंसर सेल्स किल हो जाती हैं। कुछ केस में इंजेक्शन की हेल्प से मेडिसिन दी जाती है, वहीं कुछ केस में मुंह से मेडिसिन दी जाती है। अगर सर्जरी के बाद कीमोथेरिपी दी जाती है तो कैंसर के दोबारा होने की संभावना कम हो जाती है। कीमोथेरिपी के कुछ साइडइफेक्ट भी होते हैं जैसे कि हेयर लॉस , मुंह सूख जाना, वॉमिटिंग, इंफेक्शन और ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है।
अगर आपको कभी भी निप्पल में सूजन या फिर ब्रेस्ट के स्थान में दर्द महसूस होता है तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। इस बात को नजरअंदाज बिल्कुल भी न करें क्योंकि पुरुषों को भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है।