जानिए जंगली बादाम खाने के औषधीय फायदे
जंगली बादाम का पौधा समुद्र तटीय इलाकों में ऊंचाई पर पाया जाता है। जंगली बादाम के फल चपटे, नुकीले-अण्डाकार होते हैं और इनके किनारे लाल और बैगनी रंग के होते हैं। इसके प्रत्येक फल में एक बीज होता है। साल के हर सीजन में इसमें फल और फूल उगते रहते हैं।
जंगली बादाम के फायदे :
आयुर्वेद के अनुसार जंगली बादाम पित्तशामक होता है अर्थात यह पित्त को कम करने में मदद करता है साथ ही यह आंतों के लिए भी बहुत उपयोगी है। आइये जानते हैं कि किन किन बीमारियों में जंगली बादाम का उपयोग करना लाभदायक है।
अगर आप अक्सर होने वाले सिरदर्द से परेशान रहते हैं तो जंगली बादाम का उपयोग करके आप इससे आराम पा सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जंगली बादाम की पत्तियों का रस नाक में 1-2 बूँद डालने से या पीने से सिरदर्द में आराम मिलता है।
आप भी कभी न कभी दस्त की समस्या से परेशान जरूर हुए होंगे और तब समझ में नहीं आता कि क्या करें जिससे जल्दी आराम मिले। आयुर्वेद में दस्त रोकने के कई घरेलू उपायों के बारे में बताया गया है। इसके लिए आप जंगली बादाम का उपयोग कर सकते हैं। जंगली बादाम की पत्तियों और छाल में टैनिन नामक तत्व पाया जाता है जो दस्त को रोकने में मदद करता है।
बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों में दर्द होना एक आम समस्या है। हाल के समय में तो कम उम्र के लोगों में भी गठिया की शिकायत देखने को मिलने लगी है। विशेषज्ञों का कहना है कि कई आयुर्वेदिक उपाय अपनाकर आप गठिया के दर्द से आराम पा सकते हैं।
शरीर के किसी भी हिस्से में घाव होने पर यह बहुत जरूरी है कि आप घाव को संक्रमित होने से बचाएं और घरेलू उपचारों की मदद से घावों का इलाज करें। विशेषज्ञों के अनुसार जंगली बादाम की पत्तियों और छाल को पीसकर घाव पर लगाने से घाव जल्दी ठीक होते हैं। घाव के साथ साथ कुष्ठ रोगों में भी यह घरेलू उपाय कारगर है।