जानिए पुदीना खाने के औषधीय लाभ
‘पुदीने के पत्तों की लुग्दी बनाकर इसे हल्का गर्म करके किसी भी तरह के जख्म या कीड़े के काटे हुए जगह पर रखने से जख्म का प्रभाव कम होता है व सूजन भी अच्छा हो जाती है.
‘पुदीने का रस काली मिर्च व काले नमक के साथ चाय की तरह उबालकर पीने से जुकाम, खांसी व बुखार में राहत मिलती है. सिरदर्द में ताजी पत्तियों को पीसकर उसका लेप माथे पर लगाने से दर्द में आराम मिलता है.
‘हैजा रोग से पीड़ित आदमी को पुदीना व प्याज के रस में नीबू व सेंधा नमक मिलाकर देने से तत्काल फायदा प्राप्त होता है.
‘पुदीने की पत्ती व तुलसी की पत्ती के रस में दो बूंद शहद मिलाकर पीने से लगातार आ रही हिचकियां बंद हो जाती हैं.
‘पुदीने की पत्तियों को सुखाकर बनाए गए चूर्ण को मंजन की तरह इस्तेमाल करने से मुख की दुर्गंध दूर होती है व मसूड़े मजबूत होते हैं.
‘पुदीने के रस को नमक के पानी के साथ मिलाकर कुल्ला करने से गले का भारीपन दूर होता है व आवाज साफ होती है.
‘प्यास अधिक लगने पर नीबू का शर्बत बनाकर इसमें पुदीने के पत्ते का रस मिलकर पीने से प्यास बार-बार नहीं लगती.
पुदीने का ऑयल है असरदार
‘पैरालिसिस की समस्या होने पर पुदीने के ऑयल की मालिश अत्यंत फायदेमंद साबित होती है. शरीर के किसी हिस्से में दर्द हो रहा है, तो इसके ऑयल की मालिश से दर्द में तुरंत आराम मिलता है.
‘त्वचा के रोगों, जैसे खुजली, फोड़े-फुंसी आदि होने पर पुदीने का ऑयल लगाने से राहत मिलती है. खुजली होने पर पुदीने की सूखी पत्तियों को शरीर पर रगड़ने से फायदा मिलता है. फिर भी बिना विशेषज्ञ की सलाह के इसका प्रयोग न करें, क्योंकि इससे नुकसान भी होने कि सम्भावना है.