जानिए देसी घी खाने के औषधीय फायदे
देशी घी में एंटीऔक्सिडेंट पाये जाते हैं। इनसे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक चम्मच देशी घी खाने से शरीर निरोगी रहता है।
यदि किसी को फ़ूड पोइसनिंग हो गई हो या जहर पी लिया हो, तो 12 ग्राम देशी घी को चार भागों में बाँट कर दिन में चार बार सेवन कराने से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है।
प्लेग की बीमारी होने पर 15 ग्राम देशी घी को चार भागों में बाँट कर दिन में चार चार बार एक कप दूध के साथ पिलाने से प्लेग रोग से मुक्ति मिल जाती है।
दो चम्मच गुनगुने देशी घी में दो चम्मच चीनी मिलाकर पीने से नशीले पदार्थ का नशा समाप्त हो जाता है।
दस दाना काली गोल मिर्च, एक इंच अदरक, दस दाने मिश्री को दो चम्मच देशी घी में पका कर खाली पेट सेवन करने से गले की खराश और खाँसी की समस्या से राहत मिलती है।
बवासीर (पाइल्स ) रोग में एक कप दूध में एक चम्मच देशी घी मिलाकर रोज़ रात को खाने के बाद पीने से पाइल्स की बिमारी में आराम मिलता है।
खुनी पाइल्स की बिमारी में एक चम्मच काले तिल का पाउडर एवं एक चम्मच मिश्री को देशी घी में मिलाकर प्रतिदिन दिन में तीन बार सेवन करने से खून निकलना बंद हो जाता है।