डार्क सर्कल को दूर करने के लिए कीजिए चावल के आटे का इस्तमाल

दोपहर के खाने में या रात के खाने में चावल होना आम है। सभी को खाने में चावल बेहद पसंद होते हैं, लेकिन क्या आपने चावल के आटे के बारें में सुना है। चावल का आटा चावल को बारीक पीसकर बनाया जाता है। इसे ग्लूटन फ्री फ्लार (Gluten-free flour) भी कहते हैं। चावल के आटे में स्वास्थ्य और त्वचा से जुड़े कई लाभ होते हैं।

चावल का आटा फाइबर से समृद्ध होता है –
विषाक्त पदार्थों को शरीर से निकालने के लिए अघुलनशील फाइबर की जरूरत होती है, ये विषाक्त पदार्थों को साफ करने में मदद करता है। अगर आपको कब्ज की समस्या है तो आप चावल के आटे का उपयोग कर सकते हैं। चावल के आटे के साथ साथ नट्स, बीन्स और सब्जियां जैसे पत्ता गोभी, आलू जैसे फाइबर में समृद्ध खाद्य पदार्थ कब्ज में मदद कर सकते हैं।

फाइबर से भरपूर आहार न सिर्फ शरीर की अशुद्धियों को निकालता है, बल्कि कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है तथा ब्लड शुगर के स्तर को भी नियंत्रित रख सकता है। चावल का आटा डाइवर्टिकुलर डिजीज, कोलन रोग, टाइप 2 मधुमेह और हाइपरटेंशन का जोखिम कम करने में भी मदद कर सकता है।

चावल के आटे में ग्लूटन नहीं होता –
गेहूं और राई जैसे अनाज में ग्लूटन नामक प्रोटीन पाया जाता है। लेकिन चावल ग्लूटन मुक्त अनाज है, इसलिए चावल का आटा ग्लूटेन इन्टॉलरेंस और सीलिएक रोग से पीड़ित लोगों के लिए बेहद अच्छा विकल्प है।

ग्लूटन वाले अनाज के सेवन से सीलिएक रोग से पीड़ित लोगों को पाचन संबंधित समस्या होती है जिससे उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इस समस्या को ही ग्लूटेन इन्टॉलरेंस कहा जाता है। इसलिए ऐसे लोगों के लिए चावल जैसे ग्लूटन मुक्त अनाज बेहतर होते हैं।

चावल का आटा लीवर के लिए फायदेमंद होता है –
चावल के आटे में कोलीन होता है, जो कोलेस्ट्रॉल और ट्रिग्लीसेराइड (Triglycerides) को लीवर से किसी ऐसी जगह लेकर जाता है जहां उनकी जरूरत होती है। इसलिए कोलीन लीवर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। झिल्ली के आवश्यक घटकों को बनाए रखने के लिए कोलीन की आवश्यकता होती है।

कुछ चूहों पर एक शोध किया गया और पाया कि डाइट में कोलीन की कमी से और फैट की अधिक मात्रा की वजह से चूहों में लीवर फाइब्रोसिस की समस्या तेजी से बढ़ने लगी। चूंकि चावल के आटे में कोलीन होता है, तो लीवर को स्वस्थ रखने के लिए यह बेहद अच्छा विकल्प है।

चावल का आटा प्रोटीन से होता है समृद्ध –
चावल के आटे में प्रोटीन की मात्रा सबसे अधिक होती है और ब्राउन राइस से बने आटे में अधिक मात्रा में विटामिन बी होता है। ब्राउन राइस और सफेद चावलों में पहला अंतर है उनके छिलके का। पिसाई के समय चावलों का छिलका निकाल दिया जाता है, जिससे सफेद चावल बनते हैं। हालांकि ब्राउन राइस के छिलके के साथ उसे पीसा जाता है, जिसमें फाइबर, विटामिन और पोषक तत्व जैसे कैल्शियम व जिंक होता है। चावल के आटे का उपयोग करने के लिए आप ब्राउन राइस का भी चयन कर सकते हैं।

चावल के आटे को चेहरे पर लगाने से मुहांसे नहीं होते –
चावल का आटा फाइन लाइंस और मुहांसों, जिनकी वजह से उम्र से पहले एजिंग की समस्या शुरू हो जाती है, के लिए बेहद अच्छा उपाय है। चावल के आटे का उपयोग त्वचा पर करने से इसमें लचीलापन बना रहता है, जिससे आप जवान और ताजा महसूस करते हैं।

चावल के आटे से आप फेस पैक भी बना सकते हैं। इस फेस पैक का इस्तेमाल करने से मुहांसों के दाग-धब्बे साफ हो जाते हैं और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं भी दूर हो जाती है। एंटीसेप्टिक और जर्मीसाइडल गुण बैक्टीरिया से लड़ते हैं, जिनकी वजह से कील-मुहांसों की समस्या होती है।

चावल के आटे से डार्क सर्कल को करें दूर –
चावल का आटा आंखों के काले घेरों का इलाज करने के लिए बहुत ही बेहतरीन प्राकृतिक उपाय है। इससे आपका चेहरा और आंखें ताजा महसूस करती हैं। इन सामग्रियों के इस्तेमाल से आंखों के आसपास काले घेरे हल्के पड़ने लगते हैं और इस तरह आप जवान लगने लगते हैं।

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