जानिए कंपाउंड एक्सरसाइज करने के फायदे

स्वस्थ्य जीवन के लिए नियमित रूप से व्यायाम बहुत आवश्यक होता है। फिट रहने के लिए आप कई तरीकों को प्रयोग में ला सकते हैं। आप चाहें तो नियमित सैर, दौड़, साइकिलिंग या तैराकी को दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं या फिर अपने पसंदीदा खेल को खेलते हुए भी फिटनेस को बरकरार रख सकते हैं। अच्छे स्वास्थ्य और फिटनेस की चाह रखने वालों के लिए जिम एक बढ़िया उपाय हो सकता है। यहां आप कई सारी शारीरिक गतिविधियां कर सकते हैं जो आपको फिट रखने में मदद करेंगे।

भारत के राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल के निर्देशानुसार प्रत्येक व्यक्ति को हफ्ते में लगभग 150 मिनट व्यायाम अवश्य करना चाहिए। हालांकि, शरीर के हर हिस्से के व्यायाम के लिए इतना समय भी पर्याप्त नहीं है। इस समस्या का सबसे सरल और बेहतर उपाय है ‘कंपाउंड एक्सरसाइज’। इस व्यायाम के जरिए एक ही समय में कई मांसपेशियों के समूहों को लक्षित किया जा सकता है। इन व्यायामों को आप घर पर, पार्क या फिर जिम में कर सकते हैं।

कंपाउंड एक्सरसाइज के फायदे –
कंपाउंड ऐसा अभ्यास है जिसमें एक ही वक्त में कई मांसपेशियों के समूहों का व्यायाम हो जाता है। प्रारंभिक स्तर के बॉडीवेट एक्सरसाइज और वेट-ट्रेनिंग के कुछ व्यायाम भी कंपाउंड एक्सरसाइज की श्रेणी में आते हैं, क्योंकि इन अभ्यासों के दौरान भी एक समय में कई मांसपेशियों का व्यायाम हो जाता है। इन व्यायामों के कई लाभ हो सकते हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं।

समय की बचत : कंपाउंड व्यायामों को प्रयोग में लाने से आप कई तरह के लाभ के साथ अपना समय भी बचा सकते हैं। जिमों में जब आप किसी एक मांसपेशी समूह को लक्षित करते हुए व्यायाम करते हैं तो उसमें एक घंटे से भी अधिक का वक्त लग जाता है, वहीं आप कंपाउंड एक्सरसाइज के माध्यम से कम वक्त में ज्यादा मांसपेशियों के समूहों का व्यायाम कर सकते हैं।

अधिक भार उठाने की स्वतंत्रता : कंपाउंड लिफ्ट व्यायाम में एक ही समय में शरीर की कई मांसपेशियों में तनाव उत्पन्न किया जा सकता है। उदाहरण के लिए सिर्फ हाथ की मांसपेशियों के लिए किए जाने वाले डंबलकर्ल व्यायाम में जितना भार उठाते हैं, इस व्यायाम में उससे अधिक भार उठाकर कई मांसपेशियों को उतने ही समय में सक्रिय कर सकेंगे।

मांसपेशियों में वृद्धि : कंपाउंड एक्सरसाइज के दौरान चूंकि आप भारी वजन उठा सकते हैं, इससे मांसपेशियों की वृद्धि अन्य व्यायामों के अपेक्षाकृत अधिक होती है।

ज्यादा कैलोरी बर्न : एक ही समय में शरीर की विभिन्न मांसपेशियों के समूहों को लक्षित करके निर्धारित समय में अधिक कैलरी बर्न किया जा सकता है। इन व्यायामों के दौरान वजन उठाकर मांसपेशियों और मेटाबॉलिज्म में वृद्धि का भी अतिरिक्त लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

दिल को बनाता है मजबूत : एरोबिक व्यायामों से अपेक्षाकृत कम समय में कंपाउंड व्यायामों को करते हुए आप हृदय और फेफड़ों की क्षमता को भी बढ़ा सकते हैं।

लचीलेपन में वृद्धि : कंपाउंड का एक अभ्यास करते हुए शरीर के कई जोड़ों का भी व्यायाम हो जाता है। इससे घुटने, कोहनी, कंधे और कूल्हों के जोड़ों की शक्ति में वृद्धि होती है और शरीर में लचीलापन आता है।

बेहतर समन्वय : एक ही व्यायाम में शरीर के कई हिस्सों को शामिल करने से शरीर की गतिविधियों में समन्वय भी अच्छा बना रहता है। इससे आंखों और हाथ के समन्वय में सुधार होता है साथ ही शरीर में संतुलन और स्थिरता बनी रहती है।

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