बेबी के लिए दूध की बोतल खरीदते समय रखें ध्यान, बच्चे के लिए हो सकती है हानिकारक
ग्लास बेबी बोतल को हर यूज के पहले स्टेरिलाइज करना जरूरी नहीं होता है। पहले की बात अलग थी जब साफ पानी नहीं होता था और ग्लास बोतल को स्टेरिलाइज करना पड़ता था। इस बारे में एक बार डॉक्टर से जरूर पूछें।
जब पहली बार ग्लास बोतल का यूज कर रही हो तो उबलते पानी में 5 मिनट के लिए बोतल और निप्पल को डाल दें। उसके बाद डिशवाशर का यूज करके बोतल को साथ करें। हैंड से बोतल को सिर्फ वॉश करना पर्याप्त नहीं होता है।अगर बच्चे की बोतल में कोई दिक्कत महसूस हो रही है तो उसे तुरंत रिप्लेस करा दें।
अगर बच्चे की बोतल से बदबू आ रही है, या फिर उसका रंग उतर गया हो तो भी उसे तुरंत चेंज करा देना चाहिए।
अगर निप्पल का शेप चेंज हो गया हो तो उसे यूज न करें। अगर आप ऐसे निप्पल को लगातार यूज कर रही हैं तो निप्पल से एक साथ ज्यादा दूध का रिसाव भी हो सकता है।
निप्पल का फ्लो चेक करने के लिए उसे नीचे की तरह गिरा कर देखें। अगर कुछ ही दूध की बूंदे गिर रही हैं तो फ्लो ठीक है, वरना ज्यादा फ्लो आपके बच्चे के लिए सही नहीं रहेगा। बच्चे के मुंह में एक साथ बहुत ज्यादा दूध चला जाएगा।
बच्चे के लिए दूध को गुनगुना या गर्म करने के लिए बोतल को माइक्रोवेव में न रखें।