कपिल देव के ऐसे रिकॉर्ड जो आज तक कोई नहीं तोड़ पाया
आज हम एक ऐसे क्रिकेटर की बात करने जा रहे हैं जिन्होंने हमें भारत का पहला वर्ल्ड कप जिताया था। दोस्तों आज हम कपिल देव की बात करने जा रहे हैं। आपको भी पता होगा कि कपिल देव एक बेहतरीन ऑलराउंडर थे।कपिल देव के कुछ ऐसे रिकॉर्ड हैं जो आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है।आज हम आपको कुछ ऐसे ही रिकार्डों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको कोई नहीं तोड़ पाया है।
उनका पहला रिकॉर्ड यह है कि उनका वनडे में स्ट्राइक रेट 95 का था। सन 80 के दशक से उनका स्ट्राइक रेट 95 का था। उस समय किसी भी बल्लेबाज का इतना स्ट्राइक रेट नहीं था।इसके बाद सन् 2000 तक आते-आते शाहिद अफरीदी और वीरेंद्र सहवाग ने इस रिकॉर्ड को तोड़ा।वीरेंद्र सहवाग और शाहिद अफरीदी का स्ट्राइक रेट 100 से ऊपर है।
फिर भी अगर कपिल देव के टोटल रनों में से चौके छक्कों को हटा दें तो भी उनका स्ट्राइक रेट साठ का है। 60 का स्ट्राइक रेट आज भी किसी भी बल्लेबाज का नहीं है बिना चौक को छक्कों को स्कोर जोड़कर। कपिल देव का दूसरा रिकॉर्ड भी काफी अहम है। कपिल देव ने टेस्ट मैच की 184 पारियां खेली हैं। जिनमें वे कभी भी रन आउट नहीं हुए थे।
कपिल देव भागने में बहुत ही तेज थे। कपिल ने उस समय मोहम्मद अजहरुद्दीन से भी तेज दौड़ते थे।यदि कपिल देव की तुलना आज महेंद्र सिंह धोनी से भी की जाए तो धोनी भी उनकी तुलना में कहीं नहीं बैठते हैं। कपिल देव एक बेहतरीन भारतीय ऑलराउंडर थे। कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट को काफी बुलंदियों पर पहुंचा दिया था। कपिल देव वनडे में जरूर 10 बार रन आउट हुए थे।
कपिल देव टेस्ट की 184 पारियों में खेले थे जिनमें वे कभी भी रन आउट नहीं हुए थे।कपिल देव को तो बातों के लिए याद रखा जाता है। एक तो उनका उल्टा भागकर विव रिचर्ड्स का कैच लेना। दूसरा उनको याद किया जाता है भारत को वर्ल्ड कप जिताने के लिए। कपिल देव ने भारत को 1984 का वर्ल्ड कप जिताया था।