बिजनेस शुरू करने के लिए चाहिए लोन तो अपनाएं ये स्कीम्स

आंत्रप्रेन्योरशिप के लिए फंड्स की जरूरत को पूरा करेंगी ये ऋण योजनाएं

आत्मनिर्भर भारत के निर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं। इनमें न केवल मौजूदा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों का विकास करने बल्कि नए उद्योगों की स्थापना के लिए कई नए कदम उठाए जा रहे हैं। असल में एसएमई सेक्टर का देश की जीडीपी में कुल योगदान 40% है और यह रोजगार का भी अहम जरिया है। ऐसे में । एक देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में इसकी •लोन राशि इस स्कीम के तहत कम से कम 25 लाख रुपए तक महत्वपूर्ण भूमिका है। यही वजह है कि का ऋण दिया जाता है। सरकार भी इस सेक्टर को और मजबूत बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके साथ ही युवाओं के लिए भी यहां भविष्य के लिए अनेक मौके हैं। एक सर्वे के मुताबिक 83 प्रतिशत भारतीय युवा आंत्रप्रेन्योरशिप में रुचि रखते हैं। ऐसे में अगर आप भी बिजनेस के लिए तैयार हो रहे सकारात्मक माहौल में नई शुरुआत करना चाहते हैं या अपने मौजूदा बिजनेस को बढ़ाना चाहते हैं तो सरकार की इन स्कीम्स की मदद सकते हैं। जानिए ऐसी ही कुछ सरकारी योजनाओं के बारे में

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)…तीन अलग-अलग श्रेणियों में मिलता है लोन

सिडबी मेक इन इंडिया सॉफ्ट लोन

कौन पात्र है : उद्योग आधार मेमोरेंडम (यूएएम) नंबर वाली एमएसएमई इसके लिए आवेदन कर सकती हैं।

कहां से ले सकते हैं: यह लोन सिडबी से लिया जा सकता है जो कि सरकार द्वारा सहायता प्राप्त डेवलपमेंट फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन है।

* ऑनलाइन प्रक्रिया लोन के लिए इस वेबसाइट पर ऑनलाइन

आवेदन भी कर सकते हैं- इकाई की स्थापना या मौजूदा के विकास के लिए एमएसएमई को लचीली शर्तों पर सॉफ्ट लोन दिया जाता है। ये क्वासी इक्विटी या टर्म लोन के रूप में मेक इन इंडिया के तहत चिह्नित 25 सेक्टर से संबंधित यूनिट्स को दिया जा सकता है। दूसरे सेक्टर्स की मजबूत यूनिट्स को भी यह लोन दिया जा स्कता है। इस स्कीम के तहत मिली लोन की राशि का उपयोग पूर्व के लोन चुकाने के लिए नहीं किया जा सकता है।

*तो राशि स्कीम के तहत 10 लाख रुपए तक का लोन दिया जाता है।

कौन पात्र है: गैर-कॉर्पोरेट गैर-कृषि लघु व सूक्ष्म उद्योग कहां से ले ये लोन आफ्नो कोटक बैंक, रीजनल रूरल बैंक्स, स्मॉल फाइनेंस बैंक, कोऑपरेटिव बैंक, म्यूचुअल फंड इंस्टीट्यूशंस और एनबीएफसी से मिल जाएंगे।

बिजनेस डेवलपमेंट के हिसाब से तीन श्रेणियों में बांटा गया है। पहली कैटेगरी है शिशु जो 50,000 तक का लोन कवर करती है, दूसरी है किशोर जो 50,000 से 5 लाख तक का और तीसरी है तरुण जो 5 लाख से 10 लाख तक का लोन देती है।

क्रेडिट गारंटी फंड स्कीम

•लोन राशि: माइक्रो व स्मॉल एंटरप्राइजेज को फंड व नॉन फंड आधारित 2 करोड़ तक का ऋण दिया जाता है।

* कौन पात्र है : मेन्यूफैक्चरिंग व सर्विस एक्टिविटी (शिक्षण संस्थान, कृषि, स्वयं सहायता समूह व ट्रेनिंग इंस्टीट्यूशंस को छोड़कर) के क्षेत्र में नई व मौजूदा एमएसई इसके लिए योग्य हैं। * कहां से ले सकते हैं: शेड्यूल्ड कॉमेशियल बैंक्स व नाबार्ड द्वारा सस्टेनेबल वायबल केटेगरी में रखे गए चुनिंदा रीजनल रूरल बैंक में यह लोन लेने की सुविधा उपलब्ध है। 

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