आप भी अपने बच्चे को ज्यादा बिस्किट खिलाते हैं तो हो जाइए सावधान
आजकल छोटे बच्चों की भूख मिटाने के लिए दूध में बिस्किट डाल कर खिलाते हैं। क्योंकि बच्चों के भूख लगने पर बिस्किट बहुत ही जल्दी उपलब्ध हो जाता है। इससे बच्चों को खिलाना आसान होता है। छोटे बच्चे दूध और बिस्किट को आसानी से पचा लेते हैं। छोटे बच्चों को बिस्किट स्वादिष्ट लगता है।
क्या आपको पता है कि बच्चों को सभी प्रकार के बिस्किट नहीं खिलानी चाहिए। बच्चों को कुछ बिस्किट नुकसान करते हैं। ज्यादा बिस्किट खिलाना आपकी शिशु के लिए अत्यंत नुकसानदायक है।
बिस्कुट खिलाने के नुकसान
बिस्कुट प्रोसेस्ड होते हैं। इनमें बीएचए और बीएचटी जैसे प्रिजर्वेटिव्स प्रोडक्ट मिलाए जाते हैं। और बेकिंग सोडा और ग्लाइसेरोल मोनोस्टिरेट एवं फलेवरिंग एजेंट होते हैं। इनमें रिफाइंड व्हीट फलोर, ट्रांस फैट, एडिटिव्स और अन्य सिंथेटिक तत्व भी मिलाए जाते हैं। यही वजह है कि ठोस आहार शुरू से पहले अपने बच्चे को बिस्किट पर ना खिलाए। इनमें मौजूद तत्व हमारे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। बिस्किट हमारे बच्चे के पाचन तंत्र में नुकसान पहुंचा सकते हैं। हमारा बच्चा कब्ज जैसी बीमारियों का शिकार हो जाता है।
अधिक शुगर की मात्रा
बिस्किट खाने की वजह से हमारे बच्चों में मीठा खाने की आदत का शिकार हो सकते हैं। मार्केट में मिलने वाले बिस्किट में शक्कर की मात्रा अधिक होती है। जिस कारण इनका स्वाद तो अच्छा हो जाता है। परंतु यह हमारे बच्चे के स्वास्थ्य को खराब कर सकती हैं। बिस्किट बनाने में जिस शक्कर का उपयोग होता है। वह शक्कर रेगुलर ग्लुकोज़ ज्यादा मीठी होती है। जिससे हमारे बच्चे छोटी सी उम्र में ही मधुमेह और मोटापे जैसी बीमारियों के शिकार हो जाते हैं।
एलर्जी
बिस्कुट में ग्लूटेन और सोया लेसिथिन होता है। शोधकर्ताओं ने पाया है इन तत्वो मे बच्चों के शरीर में रैशेज, खांसी, जुकाम या फेफड़ों में सूजन पैदा करने वाले गुण होते हैं।जिन बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी नहीं होती है उन बच्चों को बिस्किट खाने से एलर्जी हो सकती है।
कैलोरी नहीं होती
मार्केट में मिलने वाले अधिकतर बिस्किट में कैलोरी की मात्रा नाम मात्र की होती है। इन बिस्किट को खाने से बच्चों को कोई भी पोषण तो नहीं मिलता परंतु भूख लगने पर बच्चों की भूख अवश्य शांत हो जाती है।
कौन से बिस्कुट होते हैं खराब
आपके शिशु के लिए सभी बिस्कुट खराब नहीं होते हैं। आप अपने बच्चों को ऐसे बिस्किट दे सकते हैं जिनमे में शुगर की मात्रा कम हो। इन बिस्किट में कोई भी सिंटेटिक का तो ना मिला हो।