हमें 5G से क्या फायदा होगा?
इसे मोबाइल इंटरनेट की पांचवीं पीढ़ी माना जा रहा है, जिसकी स्पीड मौजूदा इंटरनेट स्पीड से कहीं अधिक होगी. जिससे बड़े डेटा को आसानी से डाउनलोड और अपलोड किया जा सकेगा.
इसकी पहुंची वर्तमान मोबाइल इंटरनेट से कहीं अधिक और बेहतर होगी. यह तकनीक पूरी तरह से रेडियो स्पेक्ट्रम के बेहतर इस्तेमाल का उदाहरण होगी और इससे एक साथ कई डिवाइस को इंटरनेट से जोड़ा जा सकेगा.
5G आने के बाद इसके फायदे
एक मोबाइल डेटा एनालिटिक्स कंपनी ओपनसिग्नल से जुड़े लैन फॉग कहते हैं, “जो भी हम लोग आज अपने मोबाइल से कर पा रहे हैं उसे और तेज़ और बेहतर तरीके से कर पाएंगे. वीडियो की क्वालिटी बढ़ जाएगी, हाई स्पीड इंटरनेट शहर को स्मार्ट बना देगा. और बहुत कुछ होगा, जो हम अभी सोच नहीं सकते हैं.”
एक हाई डेफ़िनिशन फ़िल्म को एक या दो मिनट में पूरा डाउनलोड करने की कल्पना कर सकते हैं.
कल्पना कीजिए राहत और बचाव कार्यों में लगो ड्रोन्स के झुंड की, या आग का जायज़ा ले रहे, ट्रैफिक़ पर निगरानी रख रहे ड्रोन्स की जो आपस में बिना तारों के जुड़े हैं और साथ ही साथ ज़मीन पर स्थित नियंत्रण केंद्रों के लगातार संपर्क में हों.
स्वचालित कारें भी एक दूसरे से बेहतर संवाद कर पाएंगी और यातायात और मैप्स से जुड़ा डेटा लाइव साझा कर पाएंगी. मेडिकल फैसिलिटी बेहतर हो जाएगी और भी बहुत कुछ होगा, जो हमारी दुनिया बदल देगा.
यह काम कैसे करेगा?
कई नई तकनीकें इस्तेमाल की जाएंगी लेकिन अभी तक 5जी के सभी प्रोटोकॉल तय नहीं किए गए हैं.
यह हाई फ्रीक्वेंसी बैंड पर काम करेगा, 3.5GHz से 26GHz या उससे भी ज्यादा पर. इस फ्रीक्वेंसी बैंड में वेव लेंथ छोटे होते हैं. लेकिन परेशानी यह है कि छोटे वेव लेंथ को आसानी से रोका जा सकता है.
ऐसे में हो सकता है कि इन मिलीमीटर तरंगों को प्रसारित करने के लिए कम ऊंचाई वाले टेलिफ़ोन टावर लगाने पड़े जो एक दूसरे के अधिक नज़दीक होंगे.
इसके लिए कई ट्रांसमीटर लगाने होंगे, जिस पर ख़र्च ज़्यादा आएगा और टेलिकॉम कंपनियां निवेश और फ़ायदे पर सोच कर ही इसे भारत में शुरू करेंगी.