आवश्यकता से ज्यादा पानी पीना सेहत के लिए हो सकता है खतरनाक साबित

गर्मी की तपतपाती धूप में लोग गले को तृत्प करने के लिये पानी पीते है पानी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है। जिसके सेवन से शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से कार्य करते है। शरीर में डिहाइड्रेशन होने से डॉक्टर मरीज को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह देते है। परिवार के भी लोग शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ज्यादा पानी पीते है लेकिन किसी भी चीज का ज्यादा या कम सेवन शरीर के लिये खतरनाक साबित हो सकता है। कम पानी पीने से जहां एक ओर शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ जाती है,तो दूसरी ओर ज्यादा पानी पीना भी शरीर की समस्याये पैदा करने का काम करता है।

प्यास लगने का मतलब शरीर में पानी की कमी होने से होता है जिससे गला सूखने लग जाता है। उस दौरान ज्यादा पानी पीना सही है। शरीर में पानी की अत्याधिक मात्रा से ‘ओवरहाइड्रेशन’ से मौत भी हो सकती है। पर यदि सही समय पर सही मात्रा में पानी पीया जाये तो इस दौरान पानी का सेवन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के साथ त्वचा को साफ करने से भी मदद करता है।

बैसे शरीर में पानी की कमी का पता आपके यूरीन के रंग को देखकर भी लगाया जा सकता है। अगर आपके यूरीन का रंग भूरे या गहरे पीले रंग का है तो इसका सीधा मतलब है कि आपके शरीर में पानी की कमी है। पर इसे ठीक करने के लिए ढ़ेर सारा पानी पी लेना सही नहीं है। और अगर आप ओवरहाइडेड हैं, तो आपकी पेशाब पारदर्शी होगी। उस दौरान आप अपने पानी की खपत में कटौती कर देना चाहिये।

  1. पानी की अधिकता आपके मस्तिष्क में लाती है सूजन
    ज्यादा पानी का सेवन शरीर में मौजूद रक्त को पतला करता है जिससे आपका सोडियम का स्तर गिरने लगता है। सोडियम हमारे शरीर की महत्वपूर्ण कोशिकाओं के अंदर और बाहर मौजूद तरल पदार्थों के बीच संतुलन बनाने में मदद करता है। जब पानी की मात्रा अधिक होती है तो सोडियम का स्तर कम हो जाता है, तो तरल पदार्थ बाहर से कोशिकाओं के अंदर तक चले जाते हैं, जिससे वे दिमाग में सूजन आने लगती है। जो आगे चलकर श्वसन की बीमारी, सांस का उखड़ना ,और कोमा में जाने का कारण भी बन सकती है।
  2. अधिक पानी आपकी किडनी पर अतिरिक्त दबाव डालता है
    हमारे शरीर में किडनी शरीर के विषाक्त पदार्थों के फिल्ट्रेट करके बाहर निकालने का काम करती है। जब आप अधिक पानी पीते हैं तो आप अधिक पेशाब करते हैं। जिससे अंदर की गंदगी छनकर बाहर निकल जाती है। लेकिन यदि आप रोजाना ज्यादा पानी पीते है तो इसका असर किडनी पर काफी खराब पड़ने लगता है क्योकि हमारी किडनी एक घंटे में लगभग एक लीटर पानी ही छान सकती है। इससे ज्यादा काम करने से किडनी पर अतिरिक्त बोझ पड़ने लगता है जिससे किडनी के फेल होने का खतरा बड़ जाता है।
  3. अधिक पानी आपके रक्त संचार प्रणाली को प्रभावित करता है
    पानी का अत्याधिक सेवन करने से हमारे शरीर का रक्त संचार तेजी से बढ़ने लगता है। जिससे दिल को रक्त पंप करने में दबाव पड़ता है। उदा- के लिये -जिस तरह से कपड़े के फिट ना होने से उसे जबर्दस्ती पहना जाये तो शरीर में जाकर फट जाता है इसी तरह से रक्त का संचार तेजी से होने से हार्ट में प्रशेर तेजी से पड़ता है जिससे इसके खराब होने के खतरा बढ़ने लगता है।
  4. उल्टी का होना
    कई बार आपने देखा होगा कि जब हम बहुत अधिक पानी पी लेते है तो अचानक चक्कर आने लगते हैं और व्यक्त‍ि असहज महसूस करने लगता है। और दिल की धड़कने तेजी से बढ़ने लग जाती है। ओवरहाइड्रेशन के लक्षण डिहाइड्रेशन के समान होते हैं। क्योकि जब आप अधिक पानी पीते है तो हमारे गुर्दे इतने सक्षम नही होते है कि पानी को तेजी से छानकर बाहर निकाल सकें। जिसका कारण यह होता कि पानी आपके शरीर में इकट्ठा होना शुरू हो जाता है और आपको मतली उल्टी और दस्त का अनुभव होता है।

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