शीघ्रपतन रोकने के लिए करें ये आसान घरेलू उपाय

शरीर और स्वास्थ्य से जुडी कोई भी समस्या हमें परेशान करती है, लेकिन कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जो एक व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप दोनो से अत्यधिक परेशन करती हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक है शीघ्रपतन। यह बीमारी दोनों पार्टनर में चिंता और अवसाद जैसी नकारात्मक भावना को जन्म दे सकती है।

अगर आप भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं तो चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि ऐसे कुछ घरेलू उपाय हैं जिनके इस्तेमाल से आपको शीघ्रपतन की समस्या कम करने में मदद मिलेगी।

शीघ्र स्खलन का घरेलू उपाय है तरबूज –
इस फल को कई नामों से बुलाया जाता है। तरबूज रक्त वाहिकाओं को बिना किसी नुकसान के लाभ पहुंचाता है। शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने के लिए, नीचे दिए गए चरणों का पालन करें –

चरण 1 – छोटे टुकड़ों में तरबूज को काट लें।

चरण 2 – टुकड़ों पर कुछ अदरक के पाउडर और नमक को छिड़क लें।

चरण 3 – अब इसे खा लें। आप तरबूज को किसी भी फल के सलाद में मिलाकर खा सकते हैं।

तरबूज कैसे काम करता है –

तरबूज का महत्वपूर्ण तत्व फीटोनुट्रिएंट (phytonutrient) जिसे सिट्रूलाइन (citrulline) के नाम से भी जाना जाता है। यह घटक किसी भी व्यक्ति की कामेच्छा को बढ़ा सकता है।

शीघ्रपतन दूर करने का तरीका है एस्परैगस –
एस्परैगस लिली के परिवार के समूह से संबंधित होता है और यह इसके औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। बहुत कम पौधों के समान, एस्परैगस के सभी अंग बहुत ही फायदेमंद होते हैं। जड़ी बूटी बैंगनी, हरे और सफेद रंगों में आती है। शीघ्रपतन को रोकने के लिए, नीचे दिए गए चरणों का पालन करें –

चरण 1 – दो चम्मच एस्परैगस (पाउडर) और एक कप मिल्क लें।

चरण 2 – अब इस मिश्रण को गैस पर गर्म करें। आप इसमें गाय का दूध भी मिला सकते हैं।

चरण 3 – बर्तन को ढक दें और मिश्रण को 15 मिनट के लिए उबाल लें।

चरण 4 – अब मिश्रण को छान लें और इसे पूरे दिन में तीन बार ज़रूर इस्तेमाल करें।

एस्परैगस और दूध कैसे काम करते हैं –

एस्परैगस जड़ी बूटी में मौजूद खनिज, विटामिन, प्रोटीन और जिंक टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाते हैं। इनकी मदद से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम रहता है और विटामिन सी की मदद से स्पर्म की मात्रा बढ़ती है साथ ही लिंग का रक्त प्रवाह और ब्लड प्रेशर भी सुधरता है। इस घरेलू उपाय को शीघ्रपतन के लिए सबसे अच्छा उपाय माना गया है।

दूध से जुड़े स्वास्थ्य लाभ हम सभी जानते हैं। यह त्वचा को नमी देता है, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और अन्य कई समस्याओं से दूर रखता है। दूध के साथ अश्वगंधा का मिश्रण शीघ्रपतन की समस्या के लिए बेहद फायदेमंद होता है।

दूध और एस्परैगस अच्छा नहीं है, अगर

दूध और एस्परैगस अच्छा नहीं है, अगर आपका चयापचय (metabolism) कम है। चयापचय के कम होने से कार्बोहाइड्रेट, राफिनोस को फर्मेंटेशन द्वारा पचाना पड़ता है। और इस प्रक्रिया के दौरान आपको सूजन और गैस्ट्रिक की समस्याएं हो सकती हैं।
अगर आप गर्भवती हैं। यह जन्म नियंत्रण के लिए इस्तेमाल हार्मोन का संतुलन बदल सकता है।
अगर आपको लिल्ली से संबंधित परिजातियों से एलर्जी है तो आपके लिए एस्परैगस अच्छा नहीं है।
अगर आपको दूध से एलर्जी है। इस स्थिति को लैक्टोज असहिष्णुता कहा जाता है। तो आप दस्त, पेट दर्द और अपच से ग्रस्त हो सकते हैं।

शीघ्रपतन का घरेलू नुस्खा है केसर –
केसर को कामोत्तेजक से भी जाना जाता है इसलिए यह शीघ्रपतन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस अद्भुत जड़ी बूटी का उपयोग करने के लिए नीचे दिए गए चरणों का पालन करें –

चरण 1 – पानी में दस बादाम रातभर सोखने दें।

चरण 2 – अगले दिन, बादाम को छीलकर उसे मिक्सर में डाल दें और उसमे गाय का दूध मिक्स करके चला दें।

चरण 3 – थोड़ा सा उसमे अब केसर, अदरक और इलायची मिलाएं। इस मिश्रण को रोज़ाना सुबह पियें

यह कैसे काम करते हैं –

केसर में मौजूद खनिज, जिंक, आयरन आदि शीघ्रपतन का इलाज करने के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। एक अच्छा सम्भोग जीवन पाने के लिए ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखें। और ब्लड को नियंत्रित रखने के लिए सोडियम का सेवन कम करें। बादाम में सोडियम कम मात्रा में पाया जाता है जो आपकी शीघ्रपतन की समस्या के लिए बेहद फायदेमंद है। अदरक में सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं जो इन समस्याओं को दूर रखते हैं। इलाइची में कई खनिज पाए जाते हैं जो ब्लड प्रेशर और ह्रदय की गति को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं साथ ही शीघ्रपतन की समस्या का भी समाधान करते हैं।

केसर अच्छी नहीं है, अगर –

केसर अच्छी नहीं है अगर आप वजन कम करना चाहते हैं। बादाम ज़्यादा खाने से आपका कुछ वज़न बढ़ सकता है।
कब्ज और ब्लोटिंग की समस्या से भी पीड़ित हो सकते हैं।
अगर आप गर्भवती हैं। ज़्यादा मात्रा में केसर खाने से मिसकैरेज हो सकता है क्योंकि इससे गर्भस्राव संकुचित हो सकता है। आपके मूड में भी परिवर्तन होने लगेगा। अगर आपको लोलियम, जैतून और सलसोला पौधों की प्रजातियों से एलर्जी है तो इसके नुकसान आपको देखने को मिल सकते हैं। अगर आपको लो ब्लड प्रेशर है तो आप केसर लेने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
अदरक अच्छी नहीं है अगर आपको पित्त में पथरी की समस्या है। सर्जरी से पहले या बाद में इसका सेवन करने के लिए अपने डॉक्टर से ज़रूर बात करें।
अगर आप गर्भवती है, स्तनपान कराती हैं, ह्रदय से सम्बंधित परेशानी या शुगर (मधुमेह) है तो अदरक लेने से बचें। अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान कराती हैं तो इलायची मिनट मिनट में लें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *