15 साल की उम्र में कमाई शुरू करके 26 की उम्र तक बन चुके थे डायरेक्टर महेश भट्ट
महेश भट्ट हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के सफलतम डायरेक्टर, स्क्रीन राइटर और प्रोड्यूसर है। 1948 में 20 सितंबर को जन्मे महेश भट्ट के पिता का नाम गुजराती नानाभाई भट्ट था। वहीं उनकी मां शिरीन मोहम्मद अली गुजराती मुस्लिम थी। उनके छोटे भाई का नाम मुकेश भट्ट है महेश ने अपनी स्कूलिंग डॉन बॉस्को इंटरनेशनल स्कूल, मुंबई से पूरी की।
महेश भट्ट ने अपने स्कूल के दिनों से ही छोटा मोटा काम करना शुरू कर दिया था। हालांकि महेश भट्ट के पिता खुद एक बहुत बड़े प प्रोड्यूसर थे। लेकिन 15 साल की उम्र में ही उनकी मां ने उन्हें अपने पिता की मदद करने के लिए कहा। आगे जाकर वे मशहूर फिल्में मेकर राज घोंसला से मिले और उनके असिस्टेंट डायरेक्टर बन गए।
महेश ने 20 साल की उम्र में लॉरेन राइट से शादी की थी। इस शादी के बाद लॉरेन ने अपना नाम बदलकर किरण भट्ट रख लिया था। इस शादी से महेश के दो बच्चे हुए राहुल भट्ट और पूजा भट्ट। कहा जाता है कि अपनी और लॉरेन की प्रेम कहानी पर महेश भट्ट ने फिल्म ‘आशिकी’ बनाई थी। बाद में मशहूर एक्ट्रेस परवीन बॉबी के साथ महेश के अफेयर के किस्से ने इस शादी को तोड़ दिया। अपनी पहली बीवी को तलाक देने के कुछ साल बाद महेश भट्ट ने एक्ट्रेस सोनी राजदान से शादी की, जिससे उन्हें दो बेटियां हुई आलिया भट्ट और शाहीन भट्ट।
महेश भट्ट ने फिल्म इंडस्ट्री को कई कलाकारों को पहला ब्रेक दिया है। अनुपम खेर को ‘सारांश’ रोनित राय, अनु अग्रवाल, और दीपक तिजोरी को ‘आशिकी’ अतुल अग्निहोत्री को ‘सर’, सोनाली बेंद्रे को ‘नाराज’ और सुष्मिता सेन को ‘दस्तक’ से लांच किया। वहीं डीनो मोरिया और बिपाशा बसु को तो 2002 में फिल्म ‘राज’ से बड़ा ब्रेक दिया। शाइनी आहूजा को 2006 रिलीज हुई फिल्म ‘वो लम्हे’ से महेश भट्ट ने ही इंट्रोड्यूस किया।