सीमित मात्रा में अल्कोहल पीने के फायदे

उचित अनुपात में शराब का सेवन करने के फायदे इस प्रकार हैं लेकिन ध्यान रहे “सीमित मात्रा में”। अगर आप अल्कोहल के सेवन की सीमा निश्चित नहीं कर सकते तो आप इसके नुकसान भी पढ़ सकते हैं।

हृदय रोगों के होने का खतरा कम होता है –
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के पब्लिक हेल्थ स्कूल में एक अध्ययन में पाया गया कि “सीमित मात्रा” में अल्कोहल का सेवन करने से अच्छे कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ता है जो हृदय को रोगों के प्रति सुरक्षा प्रदान करता है। शराब की सीमित मात्रा से इंसुलिन में बेहतर संवेदनशीलता आती है जो रक्त के थक्के ज़माने वाले कारकों को प्रभावित करता है। इसके कारण हृदय की धमनियों, गर्दन और मस्तिष्क को ब्लॉक करने वाले थक्के नहीं जमते और हार्ट अटैक का खतरा भी कम होता है।

जीवनकाल बढ़ा सकता है –
कभी-कभी अल्कोहल पीने से आपकी जीवन अवधि में भी बढ़ौतरी होती है। एक अध्ययन में यह बताया गया है कि कभी-कभी ड्रिंक करने वाले पुरुषों द्वारा दिन में कम से कम दो ड्रिंक और महिलाओं के लिए एक या डेढ़ ड्रिंक पीने से मृत्यु की संभावना 18 प्रतिशत तक कम होती है। विशेषज्ञों के अनुसार, “आमतौर पर खाना खाते समय थोड़ी मात्रा में ड्रिंक करना, वास्तव में ड्रिंक करने का सही तरीका होता है।”

इससे कामेच्छा में भी सुधार होता है –
एक नए शोध में यह पाया गया है कि जिस प्रकार रेड वाइन (Red wine) हृदय रोगों में फायदेमंद होती है ठीक उसी प्रकार मदिरापान से नपुंसकता में भी सुधार होता है। जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन में प्रकाशित 2009 के एक अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं ने पाया कि शराब पीने वालों में 25 से 30 प्रतिशत तक नपुंसकता की समस्या में कमी आयी है।

सर्दी जुकाम से भी बचाता है –
कार्नेगी मेलॉन यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान विभाग के मुताबिक, जहां धूम्रपान की वजह से सर्दी जुकाम होने की सम्भावना बढ़ती है वहीं सीमित मात्रा में शराब का सेवन करने से आम सर्दी जुकाम बहुत कम होती है। यह अध्ययन 1993 में 391 वयस्कों के साथ आयोजित किया गया था। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, 2002 में स्पैनिश शोधकर्ताओं ने पाया कि हर हफ्ते आठ से 14 गिलास वाइन पीने से, विशेष रूप से रेड वाइन, मौसम बदलने पर होने वाली आम सर्दी खांसी में 60 प्रतिशत की कमी होती है। ऐसा अल्कोहल के एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण होता है।

डिमेंशिया विकसित होने की संभावना कम होती है।
न्यूरोसाइकैट्रिक डिसीज और ट्रीटमेंट के जर्नल में बताया गया है, कि सीमित मात्रा में मदिरा का सेवन अल्जाइमर रोग (Alzheimer’s disease) और डिमेंशिया (Dementia) से ग्रस्त होने की संभावना 23 प्रतिशत कम करता है। “अल्कोहल की थोड़ी मात्रा, मस्तिष्क की कोशिकाओं को और अधिक मज़बूत बनाती है, जो तनाव आदि विकसित होने से रोकती है।”

पित्त की थैली में पथरी होने के जोखिम को कम करता है।
ईस्ट एंग्लिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के मुताबिक, प्रति दिन दो यूनिट शराब पीने से पित्त की थैली में पथरी होने का खतरा कम होता है। लेकिन इस बात को हमेशा ध्यान रखिये कि अत्यधिक शराब का सेवन स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

डायबिटीज की संभावना कम करता है।
एक डच अध्ययन के अनुसार, स्वस्थ वयस्क जो प्रति दिन एक से दो गिलास ड्रिंक करते हैं, उनमें उन लोगों की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावना कम होती है जो बिल्कुल नहीं पीते हैं।

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