आखिर लोग पैरो में काला धागा क्यो बांधते है? जानिए ये वैज्ञानिक राज़
काला धागा किसी भी एनर्जी को सोख कर बाहर नही निकलने देता है। ऐसा माना जाता है एक तरफ काला धागा जहाँ बुरी नजर से बचाता है वहीं दूसरी तरफ आपकी किस्मत भी बदल सकता है। काले रंग के धागे को बांधने के वैज्ञानिक तौर पर भी बहुत फायदे है और इस बात को बैज्ञानिको ने भी स्वीकार किया है। ऐसा माना जाता है कि बार बार बीमार पड़ने वाले बच्चो के पैरों या हाथों में काला धागा बांध देने से वो बीमार नही पड़ते।
ज्योतिषशात्र में भी शनि के बुरे प्रभावो से बचने के लिए काला धागा बांधने का जिक्र किया गया है। तो अगर आप काले धागे को बांधते है तो आप शनि के दोषों से भी बच सकते है। अब काला धागा बांधने के पीछे वैज्ञानिक कारण क्या है आइये वो भी जान लेते है।
जैसा कि आप जानते है हमारा शरीर पंच तत्वो से मिल का बना है। इन पंच तत्वो से मिलने वाली एनर्जी हमारे शरीर का संचालन करती है। सूर्य की किरणों में बहुत सारी ऐसी एनर्जी होती है जो हम तक नही पहुंच पाती। चुकी काला रंग ऊष्मा का अवशोषक होता है इसलिए काले रंग के धागे को बांधने से यह सूर्य के किरणों में मौजूद उन एनर्जी को अवशोषित करके हमारे शरीर तक पहुंचाता है जिससे शरीर मे कई सारे सकारात्मक बदलाव आते है व कई सारे रोगों से भी मुक्ति मिलती है।
काला धागा का प्रयोग बहुत तरीके से किया जाता है। कुछ लोग इसे पैरो में बांधते है, कुछ लोग कलाइयों में बांधते है तो कुछ इसका माला बना कर गले मे भी धारण करते है। लेकिन सभी तरीको से फायदा ही मिलता है।